facebookmetapixel
FY26 में भारत की GDP 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.9 फीसदी हो सकती है: FitchIncome Tax Refund: टैक्स रिफंड अटका हुआ है? बैंक अकाउंट वैलिडेशन करना तो नहीं भूल गए! जानें क्या करें2 साल के हाई पर पहुंची बॉन्ड यील्ड, एक्सपर्ट ने बताया- किन बॉन्ड में बन रहा निवेश का मौकाCBIC ने दी चेतावनी, GST के फायदों की अफवाहों में न फंसे व्यापारी…वरना हो सकता है नुकसान‘Bullet’ के दीवानों के लिए खुशखबरी! Royal Enfield ने 350 cc बाइक की कीमतें घटाईUrban Company IPO: ₹1,900 करोड़ जुटाने के लिए खुला आईपीओ, लंबी अवधि के लिए निवेशक करें सब्सक्रिप्शनबर्नस्टीन ने स्टॉक पोर्टफोलियो में किया बड़ा फेरबदल: HDFC Bank समेत 5 नए जोड़े, 6 बड़े स्टॉक बाहरनिर्यातकों से लेकर बॉन्ड ट्रेडर्स तक: RBI पर हस्तक्षेप करने का बढ़ता दबावJP Associates के लिए $2 अरब की बोली Vedanta के लिए ‘क्रेडिट निगेटिव’Airtel से लेकर HDFC Bank तक मोतीलाल ओसवाल ने चुने ये 10 तगड़े स्टॉक्स, 24% तक मिल सकता है रिटर्न

UCO Bank Results: पहली तिमाही में यूको बैंक का शुद्ध लाभ बढ़कर 607 करोड़

बैंक के कुल ऋण में गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) गिरकर 2.63 प्रतिशत हो गईं जबकि यह एक साल पहले 3.32 प्रतिशत थीं।

Last Updated- July 21, 2025 | 10:24 PM IST
UCO Bank approaches CBI for probing IMPS glitch, says systems safe

यूको बैंक ने सोमवार को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के शुद्ध मुनाफे में 10 प्रतिशत वृद्धि के साथ 607 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जबकि यह वित्त वर्ष 25 में 551 करोड़ रुपये था। जून तिमाही की समाप्ति पर कोलकाता स्थित इस सरकारी बैंक की संपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ। इस क्रम में बैंक के कुल ऋण में गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) गिरकर 2.63 प्रतिशत हो गईं जबकि यह एक साल पहले 3.32 प्रतिशत थीं। इसी तरह शुद्ध एनपीए या फंसा हुआ ऋण बीते साल के 0.78 प्रतिशत से गिरकर 0.45 प्रतिशत हो गया। हालांकि पहली तिमाही में फंसे हुए ऋण बढ़कर 463 करोड़ रुपये हो गए जबकि यह बीती साल की समान अवधि में 397 करोड़ रुपये थी। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 95.76 प्रतिशत से सुधर कर 96.88 प्रतिशत हो गया।  

यूको बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी अश्वनी कुमार ने परिणाम घोषणा के बाद संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कुल ब्याज आय और गैर ब्याज आय दोनों में वृद्धि होने से प्राथमिक तौर पर वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया, ‘ऋणों की ब्याज आय सालाना आधार पर 6,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,400 करोड़ रुपये हो गई। इसके अलावा संचालन खर्च मात्र 4 प्रतिशत बढ़ा है जो आवश्यकता से कहीं कम है। इससे लाभप्रदता में और इजाफा हुआ।’

First Published - July 21, 2025 | 10:16 PM IST

संबंधित पोस्ट