यूको बैंक ने सोमवार को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के शुद्ध मुनाफे में 10 प्रतिशत वृद्धि के साथ 607 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जबकि यह वित्त वर्ष 25 में 551 करोड़ रुपये था। जून तिमाही की समाप्ति पर कोलकाता स्थित इस सरकारी बैंक की संपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ। इस क्रम में बैंक के कुल ऋण में गैर निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) गिरकर 2.63 प्रतिशत हो गईं जबकि यह एक साल पहले 3.32 प्रतिशत थीं। इसी तरह शुद्ध एनपीए या फंसा हुआ ऋण बीते साल के 0.78 प्रतिशत से गिरकर 0.45 प्रतिशत हो गया। हालांकि पहली तिमाही में फंसे हुए ऋण बढ़कर 463 करोड़ रुपये हो गए जबकि यह बीती साल की समान अवधि में 397 करोड़ रुपये थी। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 95.76 प्रतिशत से सुधर कर 96.88 प्रतिशत हो गया।
यूको बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी अश्वनी कुमार ने परिणाम घोषणा के बाद संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कुल ब्याज आय और गैर ब्याज आय दोनों में वृद्धि होने से प्राथमिक तौर पर वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया, ‘ऋणों की ब्याज आय सालाना आधार पर 6,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,400 करोड़ रुपये हो गई। इसके अलावा संचालन खर्च मात्र 4 प्रतिशत बढ़ा है जो आवश्यकता से कहीं कम है। इससे लाभप्रदता में और इजाफा हुआ।’