facebookmetapixel
एफपीआई ने किया आईटी और वित्त सेक्टर से पलायन, ऑटो सेक्टर में बढ़ी रौनकजिम में वर्कआउट के दौरान चोट, जानें हेल्थ पॉलिसी क्या कवर करती है और क्या नहींGST कटौती, दमदार GDP ग्रोथ के बावजूद क्यों नहीं दौड़ रहा बाजार? हाई वैल्यूएशन या कोई और है टेंशनउच्च विनिर्माण लागत सुधारों और व्यापार समझौतों से भारत के लाभ को कम कर सकती हैEditorial: बारिश से संकट — शहरों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए तत्काल योजनाओं की आवश्यकताGST 2.0 उपभोग को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन गहरी कमजोरियों को दूर करने में कोई मदद नहीं करेगागुरु बढ़े, शिष्य घटे: शिक्षा व्यवस्था में बदला परिदृश्य, शिक्षक 1 करोड़ पार, मगर छात्रों की संख्या 2 करोड़ घटीचीन से सीमा विवाद देश की सबसे बड़ी चुनौती, पाकिस्तान का छद्म युद्ध दूसरा खतरा: CDS अनिल चौहानखूब बरसा मॉनसून, खरीफ को मिला फायदा, लेकिन बाढ़-भूस्खलन से भारी तबाही; लाखों हेक्टेयर फसलें बरबादभारतीय प्रतिनिधिमंडल के ताइवान यात्रा से देश के चिप मिशन को मिलेगी बड़ी रफ्तार, निवेश पर होगी अहम चर्चा

REC, केनरा बैंक ने बॉन्ड से जुटाए 10,000 करोड़ रुपये

नाबार्ड, सिडबी और अन्य संस्थान भी इस हफ्ते कुल 17,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में।

Last Updated- March 17, 2025 | 11:07 PM IST
Bond

सरकारी कंपनी आरईसी ने विभिन्न अवधि के बॉन्ड से 5,780 करोड़ रुपये सोमवार को जुटाए। सूत्रों के मुताबिक केनरा बैंक ने भी टीयर 2 बॉन्ड के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इनके अलावा सरकारी क्षेत्र के राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और भारतीय लघु उद‌्योग विकास बैंक (सिडबी) इस सप्ताह घरेलू पूंजी ऋण बाजार से 17,000 करोड़ रुपये जुटाने जा रहे हैं।

आरईसी (जिसका नाम पहले रूरल इलेक्ट्रीफिकेशन कॉरपोरेशन था) ने सोमवार को 2 साल 11 महीने की अवधि के बॉन्ड के जरिये 7.44 फीसदी की दर पर 3,000 करोड़ रुपये जुटाए। इसके अलावा इसने 7.32 फीसदी की दर पर 9 साल 11 महीने की परिपक्वता की अवधि पर 2,780 करोड़ रुपये जुटाए। आरईसी करीब 6,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार में उतरा था। केनरा बैंक ने 7.46 फीसदी की कूपन की दर पर 4,000 करोड़ रुपये जुटाए।

इसके अलावा कैन फिन होम्स ने 8.20 फीसदी की कूपन दर पर मई, 2027 में परिपक्व होने वाले बॉन्ड से 1,510 करोड़ रुपये जुटाए। इस बीच मुथूट फाइनैंस ने 8.60 फीसदी की दर पर 2028 में परिपक्व होने वाले बॉन्ड से 950 करोड़ रुपये जुटाए हैं। सरकारी कंपनी पीएफसी ने बीते सप्ताह बॉन्ड के जरिये 1 साल 29 दिन और 3 साल 3 महीने 28 दिन की परिपक्वता की अवधियों पर क्रमश: 7.75 फीसदी और 7.45 फीसदी की दर पर 5,685 करोड़ रुपये जुटाए थे।

रॉकफोर्ट फिनकैप एलएलपी के संस्थापक व प्रबंधन साझेदार वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने बताया, ‘कॉरपोरेट बॉन्ड मार्केट ज्यादा आपूर्ति वाले सप्ताह की ओर जा रहा है और इस दौरान जारीकर्ता नकदी की तंगी व लगातार दीर्घकालिक यील्ड के दबाव के मद्देनजर अवधि का सावधानीपूर्वक प्रबंधन कर रहे हैं। राज्य विकास ऋण की बढ़ी हुई आपूर्ति के मद्देनजर दीर्घावधि के यील्ड पर दबाव रहा है।’

First Published - March 17, 2025 | 11:07 PM IST

संबंधित पोस्ट