वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल-जुलाई के दौरान विदेश में रह रहे भारतीयों ने प्रवासी भारतीय (एनआरआई) जमा योजनाओं में करीब 5.82 अरब डॉलर जमा किए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक इस योजना के तहत पिछले साल की समान अवधि के दौरान जमा की गई राशि की तुलना में यह 93.35 प्रतिशत ज्यादा है।
जुलाई 2024 में एनआरआई जमा में कुल धन 157.15 अरब डॉलर है। एनआरआई जमा योजना में फॉरेन करेंसी नॉन-रेजिडेंट (एफसीएनआर) जमा, नॉन-रेजिडेंट एक्सटर्नल (एनआरई) जमा और नॉन रेजीडेंट ऑर्डिनरी (एनआरओ) जमा शामिल है।
अप्रैल-जुलाई 2024 के दौरान सबसे ज्यादा आवक एफसीएनआर (बी) जमाओं में हुई है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इन खातों में करीब 2.83 अरब डॉलर आए हैं, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1.44 अरब डॉलर आए थे। एफसीएनआर (बी) खातों में जमा धन 28.57 अरब डॉलर है।
एफसीएनआर (बी) खातों में ग्राहक भारत में सावधि जमा करते हैं, जो सीधे विदेशी मुद्रा में परिवर्तनीय होता है और इसकी समयावधि 1 साल से लेकर 5 साल तक होती है। यह खाता विदेशी मुद्रा में होता है, ऐसे में यह जमा की गई अवधि के दौरान मुद्रा में होने वाले उतार चढ़ाव से सुरक्षित होता है।
एनआरई जमा में इस अवधि के दौरान 1.78 अरब डॉलर आए हैं, जबकि पिछले साल की समान अधि में 56.8 करोड़ डॉलर आए थे। एनआरई खातों में अब कुल जमा 99.98 अरब डॉलर है।
इसी तरह से एनआरओ जमा में वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल-जुलाई अवधि के दौरान 1.2 अरब डॉलर आए हैं, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1 अरब डॉलर जमा हुए थे।
एनआरओ जमा में कुल राशि जुलाई 2024 में 28.6 अरब डॉलर थी। एनआरओ खाते में प्रवासियों का धन रुपये में जमा होता है।