बीते सप्ताह बाजार में हर तरफ निराशा का माहौल रहा। गुरूवार को सेटलमेंट के दिन शॉट कवरिंग के चलते बाजार में कारोबार काफी बढ़ गया।
उस दिन दोपहर बाद कीमतों में इजाफा हुआ। पर अगले दिन यानी शुक्रवार को शॉर्ट कवरिंग जैसा कोई कारक न होने से बाजार धम्म से नीचे गिरा। बीते सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह निफ्टी 4.85 फीसदी नीचे आया जबकि सेंसेक्स 5.28 फीसदी नीचे 13,802 अंकों के स्तर पर आ टिका। रुपया 42.79 के स्तर पर कमजोर बना रहा।
हालांकि उसने 43 रुपये के निचले स्तर से रिकवरी की। इसके साथ ही डेफ्टी भी 4.55 फीसदी नीचे आया। इस सप्ताह बाजार में एफआईआई शुध्द बिकवाल बने रहे। जून में अब तक वे 10,000 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशक खरीदार बने रहे, लेकिन यह खरीद इतनी नहीं रही कि बाजार में गिरावट रोकी जा सके।
अन्य सत्रों में कारोबार की मात्रा सामान्य रही, हालांकि गुरुवार को यह अच्छी रही। ज्यादा संख्या में शेयरों में गिरावट रही जबकि बढ़ने वाले शेयरों की संख्या कम रही। जूनियर 8.7 फीसदी और मिडकैप-50 9 फीसदी गिरे। बीएसई-500 भी 6.6 फीसदी नीचे आया। छोटे शेयरों में खरीद की मात्रा काफी कम रही क्योंकि सभी का ध्यान बड़ी कंपनियों की तरफ ज्यादा रहा।
नजरिया: बाजार ने एक बार फिर साल के सबसे निचले स्तर को छुआ। आने वाले सप्ताहों में यह 4,000 तक गिर सकता है। बाजार तभी ऊपर की ओर जा सकता है जब तेजी की रैली चले। तब शायद यह 4450-4500 का स्तर भी छू सकता है। अगले सप्ताह में कारोबारी दिवस में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है और एक ही सत्र में शुध्द नुकसान से उबरा जा सकता है। अगर सरकार गिरती है तो बाजार 3800 तक भी जा सकता है।
दलील : पिछले महीने यानी मई से जारी गिरावट के रुख को देखते बाजार का कोई लक्ष्य तय करना मुश्किल है। बीते कारोबारी सप्ताह में शुक्रवार को 4200 के अहम सपोर्ट लेवल टूट जाने से अब टारगेट 4,000 के आसपास का है। लेकिन एक और नकारात्मक संकेत के चलते यह आसानी से और नीचे जा सकता है।
दूसरा नजरिया : मध्यावधि रुझान 4 से 12 सप्ताह यानी एक से तीन महीने तक प्रभावी रह सकते हैं। ये ट्रेंड अभी 8 वें सप्ताह में हैं। इन ट्रेंड के परिपक्व होने की सूरत में 4500 के स्तर तक रैली देखी जा सकती है। इस समय लंबी मंदी का दौर दिख रहा है। यह बताता है कि वर्तमान मंदी के मध्यावधि रुझानों के जल्दी ही खत्म होने की संभावना काफी कम है।
तेजड़िए और मंदड़िए : बेशक, इस समय बाजार में मंदी का दायरा काफी व्यापक है लेकिन बैंकिंग और रियल एस्टेट को इसकी मार दूसरे क्षेत्रों से अधिक झेलनी पड़ी है। ध्यान केवल बड़े एफ एंड ओ काउंटर पर केंद्रित होने के कारण छोटे शेयरों में तरलता की समस्या उत्पन्न हो रही है। बाजार के सभी प्रमुख सूचकांक अपने अहम सपोर्ट लेवल को तोड़ चुके हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज और आरपीएल से ही उम्मीदें बची हैं जो गिरते बाजार में भी सपोर्ट हासिल करने में कामयाब रहीं हैं।
सभी प्रमुख बैंकों के अहम सपोर्ट लेवल टूटने से बैंक निफ्टी 9.5 फीसदी नीचे आया। जम्मू एंव कश्मीर उन बैंकों में से हैं जो संभवत: अपने निचले स्तर पर हैं। वर्तमान दौर में आईटी और एफएमसीजी को सबसे कम नुकसान उठाना पड़ा। सीएनएक्सआईटी केवल 4.2 फीसदी ही गिरा। इसके बावजूद इन्फोसिस में नीचे की ओर ब्रेकआउट हुआ। मेटल के शेयरों में खासी बिकवाली रही।
स्टरलाइट, हिंडाल्को, नेल्को और टाटा स्टील बुरी तरह प्रभावित हुए। अधिकतर ऑटो कंपनियों के शेयर भी बेहाल रहे। कारोबारियों के सामने अब शार्ट्स के बीच में ही चुनाव का विकल्प बचा है जिन्हें वर्तमान में सशक्त सपोर्ट हासिल है, लेकिन हो सकता है कि वे आगे और नीचे गिरें या फिर बुरी तरह फिसलें। यह एक बेहद खतरनाक खेल है। इसे टाइट स्टॉप और अतिरिक्त मार्जिन के साथ काफी सतर्कता से खेले जाने की जरूरत है।
एडलेब्स
वर्तमान मूल्य: 473.7 रुपये
लक्ष्य : 450 रुपये
इस शेयर ने काफी ऊंचे कारोबार के साथ नीचे की ओर ब्रेकआउट किया है। इसका लक्ष्य 450 रुपये है। इसके लिए 483 रुपये पर रुकें और शार्ट करें। 460 रुपये के नीचे जाए तो प्रॉफिट बुक करना प्रारंभ करें। साथ ही कारोबारी दिवस में इसमें तेज उतार-चढ़ाव झेलने को तैयार रहें।
सीईएससी
वर्तमान मूल्य: 408.85 रुपये
लक्ष्य : 430 रुपये
इस शेयर में पिछले कुछ दिनों से असाधारण तेजी दिख रही है। वास्तव में पिछले चार सत्रों में इसने वृध्दि हासिल की है। इसका डिलिवरी अनुपात काफी अच्छा रहा है। इससे इसमें निवेश का संकेत मिलता है। एक कारोबारी दिवस में ही यह 440 रुपये का लक्ष्य छू सकता है। इसके 430 से 435 रुपये के स्तर पर बंद होने की संभावना है। 400 के स्तर पर स्टाप लॉस करें और लंबा चलें।
ग्रेसिम
वर्तमान मूल्य: 1944 रुपये
लक्ष्य : 1800 रुपये
ग्रेसिम ने काफी अधिक कारोबार पर नीचे के स्तर पर ब्रेकआउट किया है। इस तरह के पैटर्न को देखते हुए कोई टारगेट तय करना मुश्किल है। यह शेयर पिछले पांच सत्रों में 2280 रुपये के स्तर से टपक चुका है। इसका न्यूनतम लक्ष्य 1800 है। 1980 रुपये पर स्टाप लॉस लगाएं और शार्ट चलें। हर 30 यूनिट गिरने पर 20 यूनिट नीचे आएं।
आरपीएल
वर्तमान मूल्य: 173.65 रुपये
लक्ष्य : 185 रुपये
भले ही बाजार गिरे आरपीएल के शेयर को सपोर्ट हासिल है। 185 रुपये के स्तर तक यह रिकवरी कर सकता है। 170 रुपये के स्तर पर स्टाप लें और शार्ट चलें। अगर शेयर इस स्तर से और गिरता है तो इसका अगल सपोर्ट लेवल होगा 160 रुपये।
टाटा मोटर्स
वर्तमान मूल्य: 444.25 रुपये
लक्ष्य मूल्य: 425 रुपये
इसने ठीक-ठाक कारोबार के साथ नीचे की ओर ब्रेकआउट किया। इसका न्यूनतम टारगेट है 425-430 रुपये। हालांकि यह इससे नीचे भी जा सकता है। अगर कोई तकनीकी बाउंस होता है तो यह 460 रुपये के स्तर तक जा सकता है। 430 रुपये से नीचे जाए तो कवर करना शुरू करें।
शेयर पर नजर
जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स
जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स वर्तमान में 38.80 रुपये पर कारोबार कर रहा है। कंपनी की 4 जुलाई 2008 को बोर्ड बैठक हो रही है। इसमें शेयरों को वापस खरीदने के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाना है। इस कारण अगले सप्ताह इसमें हलचल होने की संभावना है। कंपनी ने बीते हफ्ते शुक्रवार को कारोबार समाप्त होने के कुछ मिनट पहले ही इसकी घोषणा की।
बोर्ड ने 8 अप्रैल 2008 को अधिकतम कीमत 70 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से शेयरों को वापस खरीदने की बात कही थी। हालांकि यह प्रक्रिया थम गई थी क्योंकि कंपनी ने अधिग्रहण कोड के तहत इसमें छूट मांगी थी। अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ है। कंपनी का शेयर इस समय वित्तीय वर्ष 2008 की आय की तुलना में 6.33 गुना पर कारोबार कर रहा है। इसने 2 जनवरी को 101.7 रुपये के अपने 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर और 24 मार्च को 31.80 रुपये के अपने न्यूनतम स्तर को छुआ।
सप्ताह का शेयर
स्पाइस कम्युनिकेशन
बीते सप्ताह बाजार तेजी से नीचे गिरा और सेंसेक्स में 5.28 फीसदी की भारी गिरावट हुई। इसके बाद भी आइडिया सेल्यूलर द्वारा अधिग्रहित किए जाने के बाद स्पाइस कम्युनिकेशन का शेयर 16.3 फीसदी चढक़र 72.05 रुपये पर पहुंच गया। आइडिया 2,175.91 करोड़ रुपये में स्पाइस की 40.8 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा। उसने प्रति शेयर 77.30 रुपये का भाव तय किया है। इसी के साथ आइडिया ने टेलीकाम मलेशिया ने अपने अंतरराष्ट्रीय ग्रुप के साथ स्पाइस की 20 फीसदी और हिस्सेदारी ओपन ऑफर में खरीदने के लिए 77.30 रुपये प्रति शेयर का भाव तय किया है।
यह सौदा अपने अंतिम चरण में है। दोनों कंपनियों का विलय हो रहा है। इस सौदे में स्पाइस के शेयर धारकों को प्रत्येक 100 शेयरों पर आइडिया के 49 शेयर मिलेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आइडिया के शेयरों में कोई बेहद बड़ा बदलाव नहीं हुआ तो विलय की प्रतीक्षा कर रहे स्पाइस के शेयर घाटे में रहेंगे। शुक्रवार 27 जून 2008 को आइडिया का शेयर 97.45 रुपये पर था।