भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के क्षेत्रवार ऋण वितरण के नवंबर 2022 के आंकड़ों से पता चलता है कि सेवा क्षेत्र को कर्ज देने में गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) अन्य कर्जदाताओं से आगे निकल गई हैं। हाल के आंकड़ों के मुताबिक 18 नवंबर तक सेवा क्षेत्र को दिया गया कुल कर्ज 33.15 लाख करोड़ रुपये है, जबकि औद्योगिक क्षेत्र को 32.94 लाख करोड़ रुपये कर्ज मिला है। सालाना आधार पर सेवा क्षेत्र को मिलने वाले कर्ज में नवंबर 2022 में 21.3 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी, जबकि एक साल पहले वृद्धि दर 3.2 प्रतिशत थी।
इसी तरह से उद्योग को ऋण में वृद्धि नवंबर 2022 में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 13.1 प्रतिशत रही है, जबकि नवंबर 2021 में वृद्धि 3.4 प्रतिशत थी। सेवा क्षेत्र सेग्मेंट में एनबीएफसी के ऋण में नवंबर 2022 में 33 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले साल की समान अवधि में महज 5 प्रतिशत थी। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक सेवा क्षेत्र के कर्ज में 5.81 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि में 52 प्रतिशत एनबीएफसी की और 22 प्रतिशत अन्य सेवाओं की हिस्सेदारी है।
इसके साथ ही गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) में सार्वजनिक वित्त संस्थानों (पीएफआई) का कर्ज पिछले साल की समान अवधि तुलना में 87.9 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि साल की शुरुआत से अब तक (वाईटीडी) इसमें 29.9 प्रतिशत वृद्धि हुई है। वहीं हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों का कर्ज पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 16.1 प्रतिशत और साल की शुरुआत से अब तक 9.1 प्रतिशत बढ़ा है।