रेटिंग एजेंसी इक्रा ने चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2024) में बैंकों द्वारा दिए जा रहे ऋण में वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 14.9 से 15.3 प्रतिशत कर दिया है। एजेंसी ने पहले 12.8 से 13.0 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था। खुदरा कर्ज और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा लिए जा रहे कर्ज में तेजी को देखते हुए यह अनुमान लगाया गया है।
इक्रा के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट अनिल गुप्ता ने कहा कि दिसंबर 2023 को समाप्त 9 महीनों के दौरान खुदरा कर्ज और एनबीएफसी को बैंकों द्वारा दिए गए कर्ज में तेजी रही है, जिसके कारण यह बदलाव किया गया।
बढ़ा कर्ज 20.4 से 20.9 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि पहले यह वित्त वर्ष 24 में 17.5 से 17.8 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था।
यह अब तक का सर्वाधिक बढ़ी हुई बैंक ऋण वृद्धि होगी और यह पहले के 18.2 लाख करोड़ रुपये के उच्च स्तर को पार कर जाएगी। वित्त वर्ष 23 में 15.4 प्रतिशत सालाना वृद्धि हुई थी।
इक्रा ने आगे यह भी अनुमान लगाया है कि कॉर्पोरेट बॉन्ड इश्युएंस वित्त वर्ष 2024 में 9.6 से 9.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा, जो वित्त वर्ष 23 के 8.7 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड के पार होगा।
बहरहाल रेटिंग एजेंसी ने चेतावनी दी है कि जमा आकर्षित करने में आ रही चुनौतियों के कारण अगले वित्त वर्ष 2025 में कर्ज में वृद्धि घटकर 11.7 से 12.6 प्रतिशत पर आ सकती है।