काफी उतार-चढ़ाव भरे बाजार और मंदी भरे माहौल में थोड़ी रिकवरी हासिल हुई थी। निफ्टी 4215 अंक तक जाने के बाद गिरावट के दौर से गुजर रहा था, लेकिन यह पूरे हफ्ते 0.82 फीसदी के मामूली सुधार के साथ 4049 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में भी 0.1 फीसदी की मामूली बढ़त देखी गई और यह कुल 13,469 के अंक पर बंद हुआ। रुपये में 1.5 फीसदी का उछाल दर्ज हुआ और यह पिछले सप्ताह के प्रति डालर 43.40 के मुकाबले 42.70 पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बिकवाली का दौर बरकरार रखा। दूसरी ओर घरेलू फंड अभी भी खरीदारी कर रहे हैं।
कारोबार की मात्रा की बात करें तो इसमें गिरावट बरकरार रही। छाटी कंपनियों के शेयरों में कुल 3.6 फीसदी का उछाल आया,वहीं मिडकैप शेयरों में कुल 1.6 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया। बीएसई 500 ने कुल 1.26 फीसदी का उछाल हासिल किया।
नजरिया : बाजार के कारोबार के मौजूदा दौर में निफ्टी के 3900-4200 अंकों के बीच रहने के आसार हैं। हालांकि इस दौरान रोज के कारोबार में तेज उतार-चढ़ाव का रुख बरकरार रह सकता है। लिहाजा दोनों तरफ के ब्रेकआउट में 200 अंकों का उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है। कहने का मतलब यह है कि ब्रेकआउट होने पर स्थिति 3700 या फिर 4000 अंकों की हो जाएगी।
बाजार रुख : मौजूदा रुख की बात करें मई के शुरूआती दिनों से चला मंदी का रुख और बढ़ सकता है तथा इसमें गिरावट आ सकती है। लबी अवधि के रुख के भी आसार बेहतर नजर नहीं आ रहे और इसमें स्पष्ट तौर पर नकारात्मक संकेत देखने को ही मिल सकते हैं। उतार-चढाव की जहां तक बात है तो इसमें रोजाना 200 से ऊपर के स्तर पर रहना संभावित है। लिहाजा 3850-3900 के स्तर पर सपोर्ट मजबूत है जबकि 4200 से ऊपर पर तगड़ा रेसिसटेंस है। अगर यूपीए सरकार विश्वास मत हासिल करती है तो फिर बाजार धारणा सकारात्मक हो सकती है।
दूसरा नजरिया : इस हफ्ते के शुरू में 3900 के स्तर पर मिलने वाले सपोर्ट, जिसकी काफी संभावना है, की परख काफी अहम है। कहने का मतलब यह है कि अगर 3900 का स्तर बना रहता है तो फिर इंटरमीडिएट ट्रेंड बिल्कुल उलट सकते हैं। यह एक लंबा एफ एंड ओ सेटलमेंट है और उम्मीद है कि इसके रास्ते में तकनीकी कारक रोड़े नहीं बनेंगे। लिहाजा बाजार के लिए 3900 के स्तर के बने रहने और 4200 के स्तर पर ब्रेक होने के लिए बाजार में कुछ जायज वैल्यू खरीद होनी चाहिए।
तेजड़िए और मंदड़िए
तिमाही परिणाम आने शुरू हो गए हैं। जाहिर सी बात है कि इसका एक असरदार प्रभाव होगा। इन्फोसिस के तिमाही परिणामों की ही बात करें तो इनके नतीजे आने के बाद इस हफ्ते इनके शेयरों में गिरावट का रुख रहा। इसके अलावा अन्य आईटी कंपनियां मसलन विप्रो, एचसीएल टेक.,पोलरिस, सत्यम सहित टीसीएस और अन्य कंपनियों के शेयरों में भी खासा उतार-चढ़ाव देखा गया। लेकिन राहत देने लायक स्थिति बैंकों और रियलटी शेयरों के लिए रही जो लगातार कई हफ्तों से गिरावट के रुख से बुरी तरह जूझ रहे थे।
बैंक निफ्टी में कुल पांच फीसदी का उछाल दर्ज किया गया जबकि अन्य बैंकों के शेयरों में भी उछाल का रुख बना रहा। रियलटी शेयरों की बात करें तो डीएलएफ,ओमेक्स सहित शोभा के शेयरों में भी उछाल का रुख देखा गया। हालांकि शुक्रवार को बाजार बंद होने के दिन इन दोनों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
इसके अलावा फिर से वापसी करने वालों में सीमेंट, कैपिटल गुड्स समेत इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन के शेयर भी रहे जिनमें पिछले कुछ दिनों से गिरावट का रुख था। इसके अलावा अलौह धातु वर्ग मसलन नॉल्को, हिंडॉल्को और स्टरलाइट का जहां तक संबंध है तो इनमें भी उछाल का रुख देखा गया। इस स्थिति में अगर सपा यूपीए को समर्थन देती है तो फिर रिलायंस एडीएजी के शेयरों मसलन आरकॉम, रिलायंस इंफ्रा ओर आरएनरआरएल के शेयरों में भी तेजी आ सकती है।
अबान
मौजूदा भाव: 2,845.95 रुपये
लक्ष्य: 3,000 रुपये
इस कंपनी के शेयरों को 2550 के स्तर पर सपोर्ट प्राप्त हुआ है और इसके शेयरों को रेस्सिटेंस मिलने से पहले इनके 2900 के स्तर तक जाने की उम्मीद है। नतीजतन, अगर यह 2900 के ऊपर बंद होता है तो फिर रेसिस्टेंस का अगला स्तर 3000 का होगा। इस स्थिति में ऐसा साफ लग रहा है कि यह 2900 के अंकों को पार करेगा क्योंकि इनके वॉल्यूम की स्थिति बेहतर है। इसमें 2820 पर स्टॉपलॉस रखें और लंबी पोजीशन लें। 2900 पर आंशिक लाभ बुक करें।
एचडीएफसी बैंक
मौजूदा कीमत: 1,067.8 रुपये
लक्ष्य: 1,125 रुपये
एचडीएफसी बैंक के शेयर अन्य बैंकों के शेयरों के बीच सबसे बेहतर बैंक शेयर हैं। शुक्रवार को जहां अन्य बैंकों के शेयरों में बिकवाली जारी रही वहीं इसके शेयरों में सुधार बरकरार रहा। इसके शेयरों की क्षमता का जहां तक सवाल है तो इसमें 1125 को पार करने की क्षमता है जबकि इतना ही नहीं बल्कि यह 1150 के आंकड़े को भी पार कर सकता है। लिहाजा 1050 पर इसमें स्टॉपलॉस रखें और लंबी पोजीशन लें और यह पोजीशन 1125 पर बंद करें।
नॉल्को
मौजूदा भाव: 380.70 रुपये
लक्ष्य: 410 रुपये
इसके शेयर 305 के भाव पर कारोबार बढ़ने से अभी तुरंत चढ़े हैं जबकि 370 के ऊपर के ब्रेकआउट पर इसने तुरंत उछाल हासिल किया है। लिहाजा इसका 410 रुपये का लक्ष्य है और 375 रुपये का स्टॉपलॉस है और इसमें आप चाहें तो लंबी पोजीशन ल सकते हैं।
ओएनजीसी
मौजूदा भाव: 849.5 रुपये
लक्ष्य: 820 रुपये
इसके शेयरों में गिरावट का रुख बना हुआ है और शुक्रवार को बाजार बंद होने तक शेयरों में कुल 845-927 के उतार-चढ़ाव देखे गए। उतार-चढ़ाव का यह रुख पिछली अवधि से कहीं ज्यादा था। लिहाजा इसने कुल 820 रुपये का लक्ष्य रखा है। इसमें 860 रुपए का स्टॉपलॉस रखते हुए शार्ट जाने की सलाह दी गई है।
टीसीएस
मौजूदा भाव:-798.60 रुपये
लक्ष्य :-770 रुपये
इनके शेयरों में खासी गिरावट का रुख बना रहा। इनके शेयरों की कीमत ट्रेडिंग रेंज के ब्रेकआउट से भी कम रही जबकि वॉल्यूम भी ऊंचे नहीं रहे। लिहाजा 760 से भी नीचे का रुख बन सकता है। हालांकि वॉल्यूम की कमी के चलते यह लक्ष्य पूरा नहीं हो सकता है। लिहाजा, ज्यादा संभावना इस बात की है कि हमें 770-830 का रेंज देखने को मिलेगा।
शेयर पर नजर
टीसीएस
इन्फोसिस टेक्नोलॉजी द्वारा बेहतर परिणामों की घोषणा के बाद भी डॉलर के रुख ने निवेशकों को सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों से मुंह मोड़ने के लिए विवश कर दिया। फलस्वरुप आईटी इंडेक्स में 6.73 फीसदी की गिरावट देखी गई। जैसे अभी अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी का रुख बरकरार है,इस स्थिति में विश्लेषकों को आईटी स्टॉक में और गिरावट आने की संभावना नजर आती है।
टाटा कंसल्टेंसी सविर्सेज के लिए उसकी अंतिम हेज स्थिति 2.9 अरब डॉलर थी जो आईटी कंपनियों में सर्वाधिक है। इससे यह भी लगता है कि कंपनी को रुपए की कीमत में गिरावट आने का कोई लाभ नहीं मिला है। कंपनी को वेतन आदि और वीसा कॉस्ट में भारी राशि खर्च करनी पड़ी है। अमेरिकी बीएफएसआई द्वारा ऊंचे योगदान के बावजूद टीसीएस का लाभ मौजूदा हालात में दबाव में रहने की संभावना है।
माह का शेयर
जिंदल पॉली फिल्म्स्
जिंदल पॉली फिल्म्स 3,000 करोड़ रुपए वाले बीसी जिंदल समूह का एक हिस्सा है। पिछले हफ्ते के दौरान कंपनी के शेयर के मूल्य में 34.11 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह 248.50 रु पर जाकर बंद हुआ। गौरतलब है कि कंपनी ने 14 जुलाई को शेयरों की पुनर्खरीद का फैसला किया था। कंपनी फ्लेक्सिबल पैकेजिंग और मेनेलाइज्ड फिल्म का निर्माण करती है।
कंपनी की योजना इसकी क्षमता 2010 तक 90,000 टन प्रति टन से बढ़ाकर 2,40,000 प्रति टन बीओपीपी करने की है। 3 जनवरी को कंपनी के शेयर ने अपने 52 हफ्तों की अधिकतम ऊंचाई 349 रु को छुआ था और 7 जुलाई को कंपनी के शेयर की कीमत 52 हफ्तों के अपने न्यूनतम स्तर 150 रु पर थी।
वित्तीय वर्ष 2008 में कंपनी की आय में 130 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह 134.1 करोड रुपए के स्तर पर पहुंच गई। जबकि कंपनी के राजस्व में 23.3 फीसदी से भी ज्यादा की वृध्दि हुई। मौजूदा बाजार मूल्य पर कंपनी के शेयर का कारोबार वित्त्तीय वर्ष 2010 में अनुमानित आय से चार गुना के स्तर पर हो रहा है।