बैंकों के लिए अगली सूचना तक दैनिक आधार पर परिवर्तनीय दर रीपो (वीआरआर) नीलामी आयोजित करने के भारतीय रिजर्व बैंक के आश्वासन के बाद 10 साल की सरकारी यील्ड 6 आधार अंक गिरकर 6.75 फीसदी पर बंद हुई। अल्पावधि तीन साल की यील्ड 8 आधार अंक गिरकर 6.69 फीसदी रही।
बुधवार की घोषणा के बाद आज हुई पहली वीआरआर नीलामी में रिजर्व बैंक को अधिसूचित राशि 50,000 करोड़ रुपये के स्थान पर 30,760 करोड़ रुपये की बोली हासिल हुईं। बाजार के भागीदारों के अनुसार इसमें मुख्य रूप से प्राथमिक डीलरों ने हिस्सा लिया जबकि बैंकों ने सीमित भागीदारी की। रिजर्व बैंक ने 6.51 फीसदी की औसत भारांश दर पर कोष का आवंटन किया।
एक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के ट्रेजरी प्रमुख ने बताया, ‘रिजर्व बैंक ने 10 जनवरी को हुई वीआआर में 2.25 लाख करोड़ रुपये की नीलामी की थी जिसे जरूरत से ज्यादा आवेदन मिले थे।’ उन्होंने बताया, ‘इसकी वजह से बैंकों को आज जरूरत नहीं थी। लिहाजा बैंकों को 14 दिनों के बाद कोष की जरूरत होगी जब धन वापस जाएगा।’
इसके अलावा गुरुवार को 12,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों की परिपक्वता के कारण बैंकों पर नकदी का दबाव कम हो गया है। इससे भी मांग कम हुई। बाजार के भागीदारों ने बताया कि जीएसटी के लिए राशि जारी किए जाने के बाद वीआरआर नीलामी में बैंकों की भागीदारी जोर पकड़ने की उम्मीद है।
एक प्राथमिक डीलर ने बताया, ‘परिपक्वता और नकदी के कारण बैंकों को कुछ राशि प्राप्त हुई। प्राथमिक डीलरों ने आज (गुरुवार को) ज्यादातर कोष उठाया। जीएसटी की राशि जारी किए जाने के बाद बैंक अधिक हिस्सा लेंगे।’
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को कहा था कि वह अगले नोटिस तक मुंबई में वीआरआर नीलामी दैनिक आधार पर करेगा। दैनिक नीलामी का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में मौजूदा नकदी की कमी से निपटना है। बीते कुछ दिनों में बैंकिंग प्रणाली में नकदी की कमी 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक थी।