इस सप्ताह भी बीएसई 200 सूचकांक में लगभग 7 फीसदी की गिरावट से बाजार में फिर से मंदी का रुख कायम ही दिखा। हालांकि फंड मैनेजरों ने 2.5 फीसदी तक की गिरावट के साथ बाजार में बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखा।
जब स्मार्ट पोर्टफोलियो की शुरुआत हुई है, बीएसई 200 सूचकांक की कंपनियों में निवेश किए गए 10 लाख रुपये अब घट गए हैं।
सूचकांक जहां लगभग 38 फीसदी की तीखी गिरावट का शिकार हुआ है, वहीं उस समय किए गए निवेश का मूल्य घटकर 5.79 लाख रुपये रह गया है।
इसी तरह हमारे फंड मैनेजर जिन्होंने 10 लाख निवेश के साथ शुरुआत की थी, उन्हें अब 11-16 फीसदी का घाटा हो रहा है। हालांकि इससे अमर अंबानी अछूते रहे क्योंकि उनके शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य में एक फीसदी से भी कम की गिरावट आई।
स्मार्ट पोर्टफोलियो के फंड मैनजरों ने सर्तकता से पिछले हफ्ते अपनी कवायद जारी रखी। लगभग 12 सौदों में से केवल 2 ही ऐसे थे जिनमें खरीदारी की गई।
अलग-अलग रणनीतियों और शेयरों के चयन के बावजूद फंड मैनेजरों में एक बात सामान्य थी, वह यह कि फंड मैनेजरों ने लगभग 70 फीसदी से ज्यादा नकदी अपने पास रख रखी है।
अमर अंबानी
उपाध्यक्ष (शोध), इंडिया इन्फोलाइन
सभी फंड मैनेजरों के मुकाबले अंबानी के शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य में फीसदी के लिहाज से बेहद मामूली गिरावट देखी गई। उनकी नेटवर्थ बेहद मामूली गिरावट के साथ 9.95 लाख रुपये से घटकर 9.92 लाख रुपये रह गई।
पिछले हफ्ते अंबानी एनटीपीसी से थोड़ा फायदा लेकर बाहर निकल गए। हालांकि उनके पोर्टफोलियो के दूसरे दो शेयरों मसलन आर कॉम और रेणुका शुगर में भी क्रमश: 36 फीसदी और 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
उनका केवल 36,000 रुपये का निवेश है। हालांकि उन्होंने अपनी कुल संपत्ति का 96 फीसदी यानी 9.55 लाख रुपये नकद अपने पास रख रखा है।
सदानंद शेट्टी
उपाध्यक्ष, कोटक सिक्योरिटीज
सदानंद शेट्टी सभी फंड मैनेजरों के बीच वैसे शख्स हैं जिनके पास 11 अलग-अलग तरह के शेयर हैं। पिछले हफ्ते सदानंद शेट्टी ने अपने तीन शेयरों को बेच दिया। वे बीएचईएल, लार्सन ऐंड टुब्रो (एल एडं टी) और एवरेस्ट कांटो से बाहर निकल गए।
उन्होंने भेल में 5 फीसदी का मुनाफा कमाया। लेकिन एल एंड टी और एवरेस्ट कांटो में उनको अपने निवेश पर क्रमश: 7 फीसदी और 18 फीसदी का घाटा हुआ। फिलहाल उनके पास जिन कंपनियों के शेयर हैं उनमें सन फार्मा के शेयर 3.6 फीसदी के साथ बढ़ोतरी पर हैं।
उनके पोर्टफोलियों में सबसे बड़ी गिरावट एचडीआईएल और टाटा स्टील के शेयरों में देखने को आई है। उनको एचडीआईएल में 36.7 फीसदी और टाटा स्टील में 20.2 फीसदी का घाटा है।
उनके शुद्ध संपत्ति मूल्य में 2.5 फीसदी की गिरावट आई और यह 9.10 लाख रु. से घटकर 8.87 लाख रुपए रह गया। सदानंद का कुल शुद्ध निवेश अब 2.67 लाख रु.है और उनके पास 6.21 लाख रुपए नकद है।
आनंद अग्रवाल
फंड मैनेजर, रिलायंस मनी
पहले के हफ्ते में आनंद ने अपने पोर्टफोलियो में कटौती की है। आनंद ने अपने पोर्टफोलियो को फिर से पूरी तरह नया रूप दिया।
उन्होंने सेंट्रल बैंक, एसबीआई और डेक्कन एविएशन के शेयरों को बेच दिया और रिलायंस कम्युनिकेशन्स में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी। उन्होंने जेटएयरवेज के 500 शेयर खरीदे। साथ ही उन्होंने डेक्कन एविएशन में अपने निवेश पर 4.7 फीसदी का मुनाफा कमाया।
उनको सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और एसबीआई में क्रमश: 16 फीसदी और 18 फीसदी का घाटा हुआ। फिलहाल उनको जेट एयरवेज में 2 फीसदी का और रिलायंस कम्युनिकेशन्स में 9 फीसदी का घाटा हुआ है। अग्रवाल का नेटवर्थ 8.39 लाख है और उनके पास 7.43 लाख रुपये नकद है।
कश्यप पुजारा
फंड मैनेजर, एनम डायरेक्ट
कश्यप पुजारा के पोर्टफोलियो की कीमत 8.54 लाख रुपये से घटकर 8.39 लाख रुपये रह गई। पिछले हफ्ते पुजारा ने एकमात्र सौदा किया एसबीआई का जिसके उन्होंने 30 शेयर खरीदे। ये शेयर उनके पोर्टफोलियो का लगभग 9 फीसदी हैं।
पुजारा ने 42-57 फीसदी के घाटे के बावजूद भी रिलायंस कम्युनिकेशन्स, सेंचुरी टेक्सटाइल्स और स्टरलाइट पर अपना भरोसा बनाए रखा। उनके मौजूदा निवेश का मूल्य 1.89 लाख रुपये हैं और उनके पास 6.51 लाख रुपये नकद है।