बैंकिंग प्रणाली में शुद्ध नकदी बुधवार को 40,788 करोड़ रुपये हो गई। विशेषज्ञों के मुताबिक सरकारी खर्च और 10 अरब डॉलर की स्वैप नीलामी किए जाने का असर शुद्ध नकदी पर पड़ा है। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार बैंकिंग प्रणाली में शुद्ध नकदी में मंगलवार को 1.57 लाख करोड़ रुपये की कमी थी। दरअसल, बैंकिंग प्रणाली में दिसंबर मध्य के बाद से शुद्ध नकदी में कमी जारी है और यह कमी जनवरी में बढ़कर 3.2 लाख करोड़ रुपये हो गई थी।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की मुख्य अर्थशास्त्री गौरा सेन गुप्ता के अनुसार, ‘नीलामी के बुधवार के निपटान आंकड़ों के अनुसार सरकारी व्यय और स्वैप नीलामी के कारण नकदी की स्थिति बेहतर हुई। करीब 90,000 करोड़ रुपये की राशि स्वैप के जरिये आई।’
उन्होंने बताया कि मार्च के अंत तक नकदी कुछ अतिरिक्त हो जाएगी। सरकारी खर्च का कुछ असर नजर आने लगा है।