बाजार में शार्ट कवरिंग और रुपए की कीमत गिरने से कुछ सुधार का माहौल बना है, इससे आईटी सेक्टर के बड़े शेयरों में तेजी आ गई है।
निफ्टी 3.51 फीसदी बढ़कर 5157.7 अंकों के स्तर पर बंद हुआ है जबकि सेंसेक्स इस दौरान 4.17 फीसदी की मजबूती लेकर बंद हुआ। हालांकि रुपए की कीमत गिरकर 42.5 रुपए प्रति डॉलर हो जाने से डेफ्टी में केवल 0.8 फीसदी का इजाफा देखा गया।
पिछले हफ्ते बाजार में घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशक, दोनों ने ही शुध्द खरीदारी की है, हालांकि यह खरीद बहुत ज्यादा नहीं थी। बाजार में चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात भी पॉजिटिव ही रहा है। जहां तक वॉल्यूम का सवाल है, औसत से कम रहा है।
मिडकैप के शेयरों में 5 फीसदी का इजाफा रहा है जबकि बीएसई 500 के शेयरों में 3.65 फीसदी की तेजी देखी गई। सीएनएक्सआईटी इंडेक्स इस दौरान आउटपर्फामर रहा है और इसमें 5.03 फीसदी का इजाफा देखा गया जबकि बैंक निफ्टी में शार्ट कवरिंग के चलते 4.73 फीसदी का इजाफा रहा।
नजरिया:
पिछले पंद्रह दिनों में बाजार 4900-5300 के दायरे में ही कारोबार करता रहा है। वॉल्यूम कम होने की वजह से बाजार में दायरे में कारोबार होने का ट्रेंड फिलहाल बना रह सकता है। अगर ऐसा होता है तो इस हफ्ते तेजी से ज्यादा गिरावट के आसार बनते हैं। बाजार की बंदी 5300 से ऊपर और 4900 से नीचे ब्रेकआउट अहम होगा लेकिन इसके लिए जरूरी है कि वॉल्यूम में इजाफा आए।
वजह:
हम देख रहे हैं कि बाजार में एक सीमित दायरे में ही कारोबार कर रहा है और वॉल्यूम में भी इजाफा नहीं दिख रहा है,रोजाना के कारोबार की रेंज भी बहुत सीमित है। विक्स(वीआईएक्स) यानी वोलैटैलिटी इंडेक्स का रुख भी नीचे की ओर है और यह जरूरत से ज्यादा खरीद होने के संकेत दे रहा है।
निफ्टी अपने दो सौ दिन के मूविंग ऐवरेज के इर्द गिर्द ही घूम रहा है और इसे 5150 से ऊपर तगड़े रेसिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है जबकि इसे 4950 पर सपोर्ट मिल रहा है। 4900-5300 के स्तरों के बीच ही सारी हलचल हो रही है और मौजूदा वॉल्यूम को देखते हुए फिलहाल ब्रेकआउट के आसार नहीं दिख रहे हैं।
दूसरा नजरिया:
बाजार के दो सौ दिन के मूविंग ऐवरेज के आसपास ही रहने से यह तो साफ है कि लांग टर्म ट्रेंड (जनवरी से हुई गिरावट) को टेस्ट कर लिया गया है। बाजार को ब्रेकआउट के लिए एक ट्रिगर की जरूरत होगी जिससे वॉल्यूम में इजाफा आ जाएगा। लेकिन निफ्टी को अगर किसी भी तरफ ब्रेकआउट मिलता है तो यह इसका टारगेट या तो 4500 होगा या फिर 5700 का स्तर होगा। अंतरराष्ट्रीय आर्थिक हालात और राजनीतिक हालात को देखते हुए ज्यादा संभावना यही है कि बाजार नीचे की ओर जाएगा।
तेजड़िए और मंदड़िए:
पिछले हफ्ते बैंक, मेटल और आईटी सेक्टर के शेयर ही ऐसे थे जिनमें सबसे ज्यादा तेजी देखी गई और शुगरर के शेयरों में भी तेजी के लक्षण दिखाई दिए हैं। बैंकों के शेयरों में शार्ट कवरिंग देखी गई जिससे पिछले दिनों इसमें आई गिरावट की भरपाई हो गई। हालांकि बाजार में इस बात की भी आशंका है कि रिजर्व बैंक मनी सप्लाई को अभी और टाइट करेगा और इसके लिए दरों में इजाफा किया जा सकता है।
आईटी स्टॉक्स में आई तेजी रुपए की कीमत में आई गिरावट के कारण रही है। हालांकि अगर रिजर्व बैंक इसमें कोई दखल देती है तो इस स्थिति में भी बदलाव आ सकता है। मेटल के शेयरों मे तेजी जरूर थोड़ी हैरत वाली रही है क्योकि सरकार लगातार इन कंपनियों से कीमतें कम करने को कहती आ रही है।
रिफाइनरी और सीमेन्ट सेक्टरों के शेयरों का प्रदर्शन इस दौरान भी खराब ही रहा है। रियल एस्टेट के शेयरों में भी पिछले पूरे हफ्ते ही बिकवाली का दबाव देखा गया है। अन्य सेक्टरों में रुख मिलाजुला ही रहा है, इनमें से कुछ में तेजी आई और कुछ गिरावट लेकर बंद हुए हैं।
बारीक नजर
केयर्न
मौजूदा भाव: 301.30 रु.
लक्ष्य: 320 रु.
केयर्न का पैटर्न काफी दिलचस्प है। इसके वॉल्यूम में काफी इजाफा देखा गया है और इसके साथ ही मई में इसके भाव 20 फीसदी तक चढ़ गए हैं। पिछले हफ्ते यह शेयर 301 रुपए तक दो बार पहुंचा लेकिन इससे ऊपर जाने में कामयाब नहीं रहा।
ऐसे में यह शेयर 285 रुपए के स्तर तक आ सकता है। और अगर यह 302 के स्तर से ऊपर बंद होता है तो इसका लक्ष्य 320 रुपए का होगा। दो बार 301 से नीचे आने के बावजूद इसमें लांग पोजीशन ली जा सकती है। इसमें 295 रुपए का स्टॉप लॉस रखना होगा।
जीई शिपिंग
मौजूदा भाव: 513.70 रु.
लक्ष्य: 550 रु.
यह शेयर अच्छा खासा बढ़ चुका है और पिछले दस कारोबारी सत्रों में इसमें वॉल्यूम भी काफी ज्यादा रहा है। इसने जब 500 के ऊपर की बंदी देखी तो यह साफ था कि इसने अपना रेसिस्टेंस लेवल पार कर लिया है। अब इसका टारगेट 570 रुपए का है, हालांकि इसे 550 रुपए के स्तर पर तगडा रेसिस्टेंस मिल सकता है। इसमें 500 रुपए का स्टॉप लॉस लगाकर लांग पोजीशन ली जा सकती है। लेकिन 550 के स्तर पर इसमें कुछ मुनाफावसूली की जा सकती है।
आईसीआईसीआई बैंक
मौजूदा भाव: 942.85 रु.
लक्ष्य: 920 रु.
यह शेयर पिछले पांच कारोबारी सत्रों में ही वॉल्यूम में गिरावट के बावजूद चढ़कर 860 रुपए से यहां तक पहुंच गया है, इस तेजी के कारण इसमें बिकवाली का दबाव देखा जा सकता है। खासकर तब जब रिजर्व बैंक कोई कदम उठाता है तो फर्क पड़ सकता है। इसमें 900 रुपए तक का पुलबैक भी देखा जा सकता है हालांकि 920 के स्तर पर इसमें तगड़ा सपोर्ट है। इसमें 950 रुपए का स्टॉप लॉस रखकर शार्ट पोजीशन ली जा सकती है।
मारुति सुजुकी
मौजूदा भाव: 821 रु.
लक्ष्य: 845 रु.
इस शेयर में अच्छे वॉल्यूम के साथ तेजी रही है। इसमें 845-850 के स्तरों पर तगड़ा रेसिस्टेंस देखा जा सकता है। जबकि 810 के स्तर पर इसमें सपोर्ट देखा जा सकता है।