बाजार से धन उगाही के लिए सरकार बॉन्ड्स जारी करती है। मसलन, अगर उसे 30 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है, तो इसके लिए वह इतनी ही कीमत के बॉन्ड जारी करेगी। सरकार की ओर आरबीआई इनको जारी करके सरकार को धन मुहैया कराता है। इसके अलावा मौद्रिक तरलता (देश में रुपए के प्रवाह) आवश्यकता से अधिक होने पर उसे वापस आरबीआई के पास पहुंचा कर अंकुश लगाने के तरीके के तौर पर भी बॉन्ड जारी किए जाते हैं।
