पश्चिम बंगाल सहकारी बैंक(डब्ल्यूबीएससीबी)ने नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) से राज्य में बढ़ते फसल कर्ज की मांग को पूरा करने के लिहाज से 730 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आवंटन की मांग की है।
डब्ल्यूबीएससीबी के चेयरमैन समीर घोष का इस बाबत कहना है कि फार्म लोन माफी के बाद करीब एक लाख से अधिक नये किसान नये लोन पाने के हकदार हो जाएंगे। जबकि सिर्फ सहकारी बैंकों की बात करें तो इसी में 6.5 लाख किसान आते हैं। लिहाजा अतिरिक्त आवंटन के मद्देनजर हमने नाबार्ड से संपर्क किया है।
मालूम हो कि इस सहकारी बैंक के जरिए कुल 525 करोड़ रुपये के कर्ज माफ होने हैं। जबकि इस बैंक को पहले ही नाबार्ड से इस साल कुल 580 करोड़ रुपये की फ सल कर्ज की सहायता मिल चुकी है। 31 मार्च तक की बात करें तो इस बैंक ने कुल 950 करोड़ रुपये के फसल कर्ज बांट दिया है। नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर ने बताया कि डब्ल्यूबीएससीबी अतिरिक्त सहायता के लिए हमारे पास आई थी। जबकि हमने कर्ज माफी की घोषणा होने से पहले ही इस बैंक को 580 करोड़ रुपये दिए थे और जहां तक अतिरिक्त सहायता की बात है तो हमने अपने हेड आफिस को इस बारे में निवेदन भेज दिया है।