अमेरिकी बैंकिंग संकट से देसी बैंकों के अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट्स (ADR) की कीमतों पर असर पड़ा है।
HDFC Bank के मामले में ADR प्रीमियम करीब 5 फीसदी सिकुड़कर माह की शुरुआत के 16.5 फीसदी के मुकाबले अभी 12 फीसदी से भी कम रह गया है। इस बीच, ऐक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के एडीआर के मामले में डिस्काउंट बढ़ा है।
उदाहरण के लिए ICICI Bank का एडीआर देश में सूचीबद्ध शेयरों के मुकाबले करीब एक फीसदी सस्ता है। अब यह छूट बढ़कर 2 फीसदी से ज्यादा हो गया है।
दूसरे शब्दों में सिलिकन वैली बैंक के धराशायी होने के बाद हुई बिकवाली भारत के मुकाबले अमेरिका में ज्यादा गंभीर रही है।
पिछले एक हफ्ते में वैश्विक स्तर पर ज्यादातर बैंकिंग शेयरों पर बिकवाली का दबाव अमेरिका में दरें बढ़ने के बीच उनके बॉन्ड पोर्टफोलियो में मार्क टु मार्केट नुकसान के जोखिम के डर से बना। विश्लेषकों ने कहा कि स्थानीय जमाओं पर देसी बैंकों की निर्भरता उन्हें संकट से बचाती है।
दिलचस्प रूप से वैश्विक बैंकों का बाजार पूंजीकरण (mcap) में रैंकिंग में देसी बैंकों की स्थिति मजबूत हुई है। उदाहरण के लिए एसबीआई अब वैश्विक स्तर पर 26वां सबसे मूल्यवान बैंक है, जो माह की शुरुआत में 30वें पायदान पर था। भारत के सबसे मूल्यवान बैंक एचडीएफसी बैंक की रैंकिंग 13वें स्थान पर अपरिवर्तित रही है।