यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) अपने ग्राहकों को ऑनलाइन कारोबारी सेवाएं मुहैया कराएगा। बैंक ने इसके लिए वित्तीय सेवा प्रदाता आईडीबीआई कैपिटल मार्केट के साथ गठजोड़ किया है।
इस मौके पर यूबीआई के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एम वी नायर ने संवाददाताओं को बताया कि यह गठजोड़ बैंक को ग्राहकों तक बेहतर सुविधाएं देने की दिशा में आगे ले जाएगा। विशेषकर प्रौद्योगिकी आधारित उत्पादों को ग्राहकों तक पहुंचाने में इससे फायदा होगा।
इस तरह की सेवाएं देने के लिए आईडीबीआई कैपिटल मार्केट का पहले से ही पंजाब नेशनल बैंक, आईडीबीआई बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ ऑफ कॉमर्स, बैंक ऑफ राजस्थान और करुर वैश्य बैंक से गठजोड़ है।
नायर ने बताया कि यूनियन बैंक इस समय बड़े विस्तार की योजना पर काम कर रहा है। बैंक ने हाल ही में कई सेवाओं की शुरूआत की है जिनमें एसएमएस बैंकिंग और यूनियन सुपर सेलरी अकाउंट (यूएसएसए) जैसी सेवाएं शामिल हैं।
बैंक का लक्ष्य अपने ग्राहकों की संख्या 2 करोड़ तक पहुंचाना है।
अक्टूबर के अंत में शुरू किये गए यूएसएसए के तहत बैंक में 20,000 नये खाते खुले हैं।
वित्तीय वर्ष 2009 में इसके जरिये 5 लाख नये ग्राहक बनने की संभावना है। इसी दौरान ग्राहकों की कुल संख्या भी बढ़कर 2.23 करोड़ तक पहुंच सकती है।
यूनियन बैंक की 2300 से भी अधिक शाखाएं हैं इसमें से 2100 बैंकों के 1300 केंद्रों को कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (सीबीएस) से जोड़ा जा चुका है। अगले साल तक सारी शाखाओं को सीबीएस के तहत लाया जाएगा।
बैंक ने 31 दिसंबर 2007 तक 1,73,478 करोड़ रुपये का कारोबार किया और बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर)13.03 प्रतिशत था। इस दौरान बैंक ने 866 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया और बैंक की सालाना वृद्धि 40.36 प्रतिशत दर्ज की गई। बैंक का लक्ष्य इसको और आगे बढ़ाना है।