यस बैंक और बैंक ऑफ राजस्थान ने भी अपने पीएलआर में बढ़ोतरी कर दी है। सीआरआर और रेपो रेट में किए गए बदलाव के बाद कई बैंकों ने कर्ज और जमा की दरों में फेरबदल किया है।
निजी क्षेत्र की यस बैंक ने गुरुवार को अपनी प्रमुख कर्ज की दर(पीएलआर) को 0.5 फीसदी बढ़ाकर 16.5 फीसदी कर दिया है। यह दरें 1 जुलाई से लागू मानी जाएंगी। यस बैंक ने पीएलआर के साथ एफडी की दरों में भी यह इजाफा किया है।
यह वृध्दि 9 माह एक दिन से 3 साल की समयावधि के लिए अलग-अलग होगी। एक साल एक दिन से लेकर 18 माह तक की जमा पर यह दरें 9.5 फीसदी की जगह अब 9.75 होगी, वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दरें 10 फीसदी से बढ़ाकर 10.25 कर दी गई हैं। ज्ञातव्य है कि पिछले सप्ताह कई सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया था। बैंकों को जून में रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट और सीआआर में आधा फीसदी के इजाफे के बाद यह कदम उठाने पड़े।
यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राना कपूर ने एक बयान में बताया कि बैंक जमा पर निवेश करने वाले ग्राहकों में गहरी रुचि रखता है। उसका मानना है कि यह ट्रेंड जारी रहेगा और ग्राहकों को बैंक अपनी जमा योजना के तहत सेफ्टी, सेक्योरिटी, लिक्विडिटी के साथ फ्लेक्सिबिलिटी भी मिलेगी। इस बीच बैंक ऑफ राजस्थान ने भी अपने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेशियो (बीपीएलआर)में 50 बेसिस प्वाइट की बढ़ोत्तरी की है। यह बदलाव एक जुलाई से लागू हो गए हैं।
इसके अलावा बैंक ने अपने रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट में भी 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। बैंक ने यह इजाफा अपने विभिन्न अवधियों वाले डिपॉजिट दरों में इजाफे के साथ किया है। बैंक ने रियल एस्टेट सेक्टर में ज्यादा जोखिम महसूस करते हुए बीपीएलआर में 4 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है।