रिजर्व बैंक ने इस बात के संकेत दिए हैं कि यदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी सहित अन्य वस्तुओं की कीमतों में वृध्दि का सिलसिला जारी रहा, तो महंगाई पर अंकुश के लिए आगे और ‘त्वरित’ कार्रवाई की जाएगी।
नकद सुरक्षित अनुपात और रेपो रेट में आधा फीसदी की बढ़ोतरी के बाद रिजर्व बैंक का इशारा मौद्रिक नीति को भविष्य में और सख्त बनाने की है। रिजर्व बैंक की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मौद्रिक नीति और अर्थिक गतिविधियों पर केंद्रीय बैंक लगातार नजर बनाए हुए है और जरूरी हुआ तो इस बारे में उचित उपाय किए जाएंगे।
गौरतलब है कि 7 जून को समाप्त हुए सप्ताह में मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 13 वर्ष के उच्च स्तर 11.05 फीसदी पर पहुंच गई थी। आरबीआई ने कहा कि मांग में नरमी लाना जरूरी है, साथ ही उसका ऐसा प्रबंधन किया जाना चाहिए, जिससे कीमतों पर दबाव न बढ़े। इसके साथ ही उसने कहा कि सरकार को कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से निपटने के भी उपाय तलाशने होंगे। केंद्रीय बैंक ने कहा कि कच्चे तेल के अलावा और भी कारण हैं, जो महंगाई पर दबाव बना रहे हैं।
रिजर्व बैंक ने महंगाई पर अंकुश के लिए भविष्य में ‘त्वरित’ कार्रवाई का दिया संकेत
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से निपटने का रास्ता तलाशे सरकार :आरबीआई