देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक के जमा और ऋण दर घटाने के साथ ही दूसरे बैंकों ने भी दरों में कमी करना शुरू कर दिया है।
जहां बैंक आफ इंडिया ने अपनी बीपीएलआर पौना फीसदी घटा दी है. वहीं दूसरे बैंक भी शुरू हो गए हैं। बैंक आफ इंडिया की नई दर 12.50 प्रतिशत होगी जो एक जनवरी से लागू होगी।
दूसरे बैंक जैसे इलाहाबाद बैंक, केनरा बैंक, कारपोरेशन बैंक, यूको बैंक और युनाइटेड बैंक आफ इंडिया भी अगले कुछ दिनों में दरों में कमी की एलान करेंगे।
पिछले हफ्ते वित्त सचिव के साथ हुई बैठक के बाद सरकारी बैंक पहली जनवरी से जमा और ऋण दरों में कमी करने पर राजी हो गए थे।
बैंक आफ इंडिया ने विभिन्न अवधियों की जमा दरों में चौथाई से लेकर एक प्रतिशत तक की कमी की है। अब बैंक दो साल या इससे ज्यादा की जमा पर पौने नौ प्रतिशत की दर देगा। यह बैंक की अधिकतम दर होगी।
उम्मीद है कि कारपोरेशन बैंक इस हफ्ते अरपनी दरों में आधा से लेकर पौना प्रतिशत तक की कमी करेगा। अबी उसकी दर सवा तरेह प्रतिशत है।
इलाहाबाद बैंक के एक अधिकारी के अनुसार बैंक जमाओं पर चौथाई से लेकर पौन प्रतिशत और बीपीएलआर में पौन प्रतिशत तक की कमी कर सकता है।
इसी तरह यूको बैंक भी आधा से लेकर पौन फीसदी तक दरों में कटौती करने की सोच रहा है। उम्मीद है कि यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया इसी सप्ताह फैसला कर लेगा कि दरों में कितनी कटौती करनी है।
आईडीबीआई बैंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी आर बंसल ने कहा कि दरों में फे रबदल का फैसला इस बात पर निर्भर करेगा कि धन जुटाने की लागत कितनी है और बाजार में कैसी प्रतिस्पर्धा है।
साथ ही चालू और बचत खातों की संख्या भी कम है, इसलिए दूसरे वाणिज्यिक बैंकों के मुकाबले हमारी रकम जुटाने की लागत ज्यादा होती है।
इस समय बैंक की प्रधान ऋण दर 13.5 फीसदी है। पिछले शनिवार को देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी बीपीएलआर पौन फीसदी घटाकर 12.25 फीसदी कर दी थी।इस तरह पिछले दो महीनों में बैंक 1.5 फीसदी तक की कटौती कर चुका है।
लेकिन निजी क्षेत्र के ज्यादातर बैंकों ने अभी दरों में कटौती का रास्ता नहीं अपनाया है। अभी तक सिर्फ एचडीएफसी बैंक और यस बैंक ने ही आधा-आधा फीसदी की कटौती अपनी दरों में की है।