भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने बेंचमार्क प्रमुख उधारी दर (पीएलआर) में आधा फीसदी की बढ़ोतरी की गुरुवार को घोषणा की है।
इस घोषणा के बाद एसबीआई की पीएलआर बढ़कर 12.75 फीसदी हो गई है। यह निर्णय बैंक की आल्को बैठक में किया गया। जानकारों का कहना है कि बैंक के इस कदम से कर्ज महंगा हो जाएगा।
एसबीआई के मुख्य वित्तीय अधिकारी अशोक मुकंद ने बताया कि यह संशोधन पीएलआर से जुड़े सभी तरह के कर्जों पर लागू होगा और एसबीआई केवल अपनी बेंचमार्क दरों को पुन: स्थापित कर रहा है। मुकंद ने कहा कि बैंक ने जनवरी में तरलता की स्थितियों को ध्यान में रखकर अपना पीएलआर घटा दिया था।
हालांकि उन्होंने कहा कि हालांकि बैंक ने जमा की ब्याज दरों में संशोधन नहीं करने का निर्णय किया है। एसबीआई का निर्णय ऐसे समय आया है जब एचडीएफसी बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक और यस बैंक जैसे बैंकों ने अपना मार्जिन बचाने के लिए बीपीएलआर में चौथाई से एक फीसदी की रेंज में बढ़ोतरी की है।
एसबीआई के अध्यक्ष ओ.पी. भट्ट ने हाल ही में कहा था कि फंडों की लागत बढ़ने से बैंक अपने मार्जिन पर दबाव महसूस कर रहा है। इसलिए बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए बैंक अपनी ब्याज दर के ढांचे की समीक्षा करेगा। उधर, यूनियन बैंक आफ इंडिया ने अपनी बेंचमार्क प्रमुख उधारी आधा फीसदी बढ़कर 13.25 फीसदी कर दिया है, जो एक जुलाई से प्रभावी होगा।
एसबीआई ने पीएलआर आधा फीसदी बढ़ाई
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी की पीएलआर बढ़ाने की घोषणा