देश के सबसे बड़े सहकारी बैंक ,सारस्वत को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2007-08 के दौरान शुध्द मुनाफा अर्जित करने के मामले में अपने समकक्ष कई बैंकों को पीछे छोड़ते हुए औसत परिसंपत्ति पर प्रतिफल में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के महारथी बैंकों को भी पछाड दिया है।
बैंक का शुध्द मुनाफा 202.26 करोड़ रुपये और औसत परिसंपत्ति पर प्रतिफल 1.71 प्रतिशत रहा ।31 मार्च 2008 को खत्म हुए वित्त वर्ष के दौरान बैंक का शुध्द मुनाफा पिछले वित्तीय वर्ष के155.18 करोड़ रुपये से बढ़कर 30.34 फीसदी ( या 47.08 करोड़) बढ़कर 202.26 करोड़ रुपये हो गया।
इस दौरान बैंक का कुल कारोबार 18879.13 करोड़ रुपये का था। जबकि इसी अवधि में बैंक ऑफ राजस्थान 115.20 करोड़, साऊथ इंडियन बैंक 151.62 करोड़, आईएनजी वैश्य बैंक 156.93 करोड़ रुपये का शुध्द मुनाफ अर्जित किया। सारस्वत बैंक ने रिटर्न ऑन एवरेज एसेट की दौड़ में भी अपने को बड़ा खिलाड़ी साबित किया।
पिछले वित्त वर्ष के 1.67 फीसदी से बढ़कर इस वर्ष बैंक का रिटर्न एवरेज एसेट 1.71 फीसदी हो गया। इस दौरान यस बैंक 1.42 फीसदी, एचडीएफसी बैंक 1.30 फीसदी, बैंक ऑफ इंडिया 1.22 फीसदी, पीएनबी 1.51 फीसदी, आईसीआईसीआई 1.12 फीसदी ,एसबीआई 1.01 फीसदी और बैंक ऑफ बड़ौदा 0.89 फीसदी ही रिटर्न ऑन एवरेज एसेट हासिल कर सके।
बैंक के निदेशक एकनाथ के ठाकुर ने बताया कि पिछले साल बैंक कर्ज में डूबे पांच सहकारी बैंको का विलय किया है। इस वर्ष 15 जुलाई तक साऊथ इंडियन बैंक का भी विलय कर लेगा। इसकी लगभग सभी औपचारिकताये पूरी कर ली गई है। अब सिर्फ आरबीआई की हरी झंड़ी मिलना बाकी है। जिसकी जल्द ही मिलने की उम्मीद है। साऊथ इंडियन बैंक अगस्त 2004 से आरबीआई की निगरानी में था।