स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के नई प्रबंध निदेशक रेणू चल्लु का कहना है कि बढ़ती महंगाई के मद्देनजर रिजर्व बैंक रेपो रेट में और बढ़ोतरी कर सकती है।
उन्होंने कहा कि वे सोचती हैं कि रिजर्व बैंक रेपो रेट में और कुछ सीमा तक बढ़ोतरी कर सकती है और बैंको की प्रतिक्रिया भी उसी समय में आएगी। हालांकि उन्होंने साथ में यह भी कहा कि मौजूदा हालात में स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद लेंडिंग दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने जा रही है।
चल्लु के अनुसार काफी समय बाद महंगाई की दर दो अंकों में पहुंचने की कगार पर है। इसका असर अब आम आदमियों पर भी पड़ रहा है। उन्होंने इस बात की तरफ भी इशारा दिया कि तरलता पर महंगाई का जबरदस्त असर पड़ा है, जबकि क्रे डिट पहले की अपेक्षा और अधिक महंगी हो गई है। इसके अलावा किसी नई योजना को शुरू करने में भी महंगाई बाधक साबित हो रही है।
चल्लु ने बताया कि हालांकि कॉरपोरेट बैंकिंग पर अभी महंगाई का असर ज्याद नहीं हुआ है, लेकिन पर्सनल बैंकिंग के क्षेत्र में क्रेडिट ऑफटेक पिछले दो महीने में धीमा पड़ गया है। चल्लु ने स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के प्रबंध निदेशक का पद संभालने वाली पहली महिला होने का गौरव प्राप्त किया।
अगर उनके अगले तीन वर्षों के कार्यकाल में स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद का स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ विलय की प्रक्रिया का कार्यान्वयन होता है तो चल्लु स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद की पहली और अंतिम महिला प्रबंध निदेशक होंगी।
मालूम हो कि इस बैंक की स्थापना 1941 में हैदराबाद के निजाम ने की थी। बैंक के प्रमुख के रू प मे चल्लु का मुख्य एजेंडा बैंक के प्रत्येक विभाग में सुधार करना है। इस साल बैंक की देशभर में 50 और नई शाखाएं खोली जाएंगी। वर्तमान में बैंक की देश भर में 1,158 शाखाएं हैं।
एटीएम की संख्या भी मौजूदा 510 से बढ़ाकर 760 की जाएंगी। संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत करते हुए चल्लु ने बताया कि वह बैंक के नॉन-फंड आधारित इनकम में भी बढ़ोतरी की योजना बना रही है और इसके साथ ही कॉरपोरेट इंटरनेट बैंकिं ग पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं।