भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) में जल्द ही एक नया चेहरा देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वर्तमान आंतरिक सदस्य राजीव रंजन अक्टूबर में होने वाली अगली नीति बैठक से पहले सेवानिवृत्त होने वाले हैं, जिसके बाद उनकी जगह इंद्रनील भट्टाचार्य को नामित किए जाने की संभावना है।
NDTV Profit की रिपोर्ट के मुताबिक, इंद्रनील भट्टाचार्य को मौद्रिक नीति विभाग (Monetary Policy Department) के कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। हालांकि, इससे पहले उन्हें केंद्रीय निदेशक मंडल (Central Board) द्वारा आधिकारिक रूप से नामित किया जाना आवश्यक होगा।
इंद्रनील भट्टाचार्य एक अनुभवी केंद्रीय बैंकर हैं जिनके पास 28 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा मौद्रिक नीति पर काम करते हुए बिताया है।
वर्ष 2009 से 2014 के बीच वह कतर सेंट्रल बैंक में आर्थिक विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत रहे। उनके पास जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री है।
उनके शोध क्षेत्र में मुख्यतः मौद्रिक अर्थशास्त्र, मौद्रिक नीति और वित्तीय बाजारों का विश्लेषण शामिल है, जिसमें बाजार संरचना (market microstructure) पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने इन विषयों पर कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र भी प्रकाशित किए हैं।
राजीव रंजन, जो मई 2022 से MPC में RBI के प्रतिनिधि के तौर पर कार्य कर रहे थे, अब RBI के आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग (Department of Economic and Policy Research) का नेतृत्व करेंगे।
RBI की मौद्रिक नीति समिति में कुल छह सदस्य होते हैं, जिनमें तीन RBI के प्रतिनिधि होते हैं और तीन सदस्य केंद्र सरकार द्वारा नामित किए जाते हैं।
RBI के वर्तमान प्रतिनिधि हैं:
केंद्र सरकार द्वारा नामित बाहरी सदस्य हैं:
मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 29 सितंबर से 1 अक्टूबर 2025 के बीच आयोजित होने वाली है। ऐसे में नए सदस्य की नियुक्ति और उनकी भागीदारी इस बैठक में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।