सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों का दायरा सीमित होने के डर के बीच बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारियों व अधिकारियों के संगठनों ने सरकारी बैंकों के एकीकरण व निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू करने की योजना बनाई है। यूनियन के नेताओं ने कहा कि सरकार को पहले दौर के एकीकरण के असर को देखते हुए आगे एकीकरण पर फिर से विचार करना चाहिए।
बैंकों के राष्ट्रीयकरण की 53वीं वर्षगांठ से पूर्व यूनियन फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने 17 जुलाई, 2022 से सरकारी बैंकों के निजीकरण-एकीकरण के खिलाफ प्रदर्शन की योजना बनाई है। संसद के मॉनसून सत्र के एक दिन पहले ट्विटर पर अभियान की योजना है।
