पंजाब नैशनल बैंक इस महीने के अंत तक कर्ज पर ब्याज दरों में और कटौती पर विचार कर सकता है।
पीएनबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के. सी. चक्रवर्ती ने कहा कि महीने के अंत में दरों की समीक्षा की जाएगी। जमा और ऋण दरों में और कटौती की जा सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दर कटौती और अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए सरकार पैकेज की घोषणा के ठीक बाद एचडीएफसी बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया जैसे कई प्रमुख बैंकों ने अपनी बेंचमार्क ऋण दरें (पीएलआर) में कमीर कर चुका है।
निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी ने अपनी ब्याज दर दो चरणों में घटा कर 16 फीसदी कर दी, जबकि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पीएलआर में 0.75 फीसदी कटौती कर चुका है। यूनियन बैंक ने पीएलआर घटाकर 12.5 फीसदी कर चुका है।
बैंक ने कहा कि विकास की गति को बरकरार रखने के लिए उत्पादक क्षेत्रों को कम कीमत पर ऋण मुहैया कराने के लिए यह कटौती की गई है। पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक ने बाजार में नकदी की स्थिति और बेहतर करने के लिए कई तरह के कदम उठाए थे। बैंक ने रेपो और रिवर्स रेपो दरों में एक-एक फीसदी की कटौती की।
सरकारी बैंकों ने आवास क्षेत्र को संकट से उबारने के लिए 30 जून 2009 तक नए आवास ऋणों को सस्ता कर दिया है। आवासीय इकाइयों की बिक्री प्रोत्साहित करने के लिए इन बैंकों ने पांच लाख तक के ऋण पर 8. 5 फीसदी और पांच से 20 लाख रुपये के ऋणों पर ब्याज 9.25 फीसदी रखी है।
