सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) की खुदरा और एमएसएमई क्षेत्र में सकल गैर निष्पादित संपत्तियां (जीएनपीए) जून, 2021 में बढ़कर 7.28 प्रतिशत हो गईं, जो एक साल पहले करीब 6 प्रतिशत थीं। केयर रेटिंग्स के मुताबिक निजी बैंकों में खराब कर्ज कम रहा है और जून में इनका जीएनपीए 3.32 प्रतिशत है, जो एक साल पहले के 2.01 प्रतिशत की तुलना में ज्यादा है।
बैंकरों ने कहा कि एनपीए का मौजूदा स्तर नियामक पैकेज 2020 के तहत किए गए पुनर्गठन के कारण कम रहा है। भारतीय स्टेट बैंक ने करीब 20,000 करोड़ रुपये कर्ज का पुनर्गठन किया है, जिनमें से खुदरा व्यक्तिगत कर करीब 9,000 करोड़ रुपये और छोटे एवं मझोले उद्यमों (एसएमई) का कर्ज 3,630 करोड़ रुपये है। सरकार और नियामक ने लॉकडाउन से प्रभावित कर्जदाताओं और उधारी लेने वालों की मदद के लिए राहत पैकेज दिया है।
