वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडी और स्टैंडर्ड ऐंड पूअर्स ने कहा कि आईसीआईसीआई बैंक की विदेशी शाखाओं को सब प्राइम संकट से कोई खास खतरा नहीं है।
इस खबर के साथ ही बैंक को राहत की सांस मिली होगी, जो पिछले कुछ दिनों से कभी गिरते शेयर के भावों और कभी अफवाहों के चलते परेशान चल रहा था। मूडी ने अपनी ताजा क्रेडिट रिपोर्ट में खुलासा किया है, ‘आईसीआईसीआई बैंक की ब्रिटेन सब्सिडरी के पास उच्च जोखिम वाली सब प्राइम प्रतिभूतियां नहीं हैं और इकाई के पास तरलता की भी कोई कमी नहीं है।’
मूडी ने बैंक की ब्रिटेन इकाई पर अपने भरोसे को एक बार फिर से दोहराया है और यह रिपोर्ट ऐसे समय में जारी की गई है, भारतीय शेयर बाजार में आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में 20 फीसदी से भी अधिक की गिरावट आई है।
मूडी ने आईसीआईसीआई बैंक यूके को बड़े ऋणों के लिए ‘बीएए1’ रेटिंग को बरकरार रखा है और किसी भी भारतीय बैंक को विदेशी मुद्रा के बड़े ऋणों में इससे बेहतर रेटिंग नहीं दी गई है। बैंक की कोर बैंकिंग गतिविधियों और संपत्ति की गुणवत्ता में भी सुधार आया है।
आईसीआईसीआई यूके का बाजार पूंजीकरण भी मजबूत है और उसे मूल कंपनी यानी आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर रेटिंग एजेंसी एस एंड पी में वित्तीय संस्थान रेटिंग के एशिया के वरिष्ठ निदेशक रितेश माहेश्वरी ने एक बयान जारी कर आईसीआईसीआई बैंक की मजबूत स्थिति का जिक्र किया है।
उन्होंने बताया कि, ‘भले ही लीमन या फिर बेकरी समूह के साथ आईसीआईसीआई बैंक का कुछ काम जुड़ा हो पर उसके बाद भी बैंक के क्रेडिट फंडामेंटल्स अब भी काफी मजबूत हैं।’
‘विदेश में दिया कर्ज सुरक्षित’
आईसीआईसीआई बैंक ने कहा कि विदेश में उसके द्वारा दिए गए 12 अरब डॉलर के कर्ज का ज्यादातर हिस्सा रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी, टाटा और बिड़ला समूह जैसी ब्लूचिप कंपनियों को दिया गया है। आईसीआईसीआई बैंक की संयुक्त प्रबंध निदेशक चंदा कोचर ने यह जानकारी दी।
”पूंजी पर्याप्तता बेहतर’
आईसीआईसीआई बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 2007-08 में 13.97 प्रतिशत रहा, जो एसबीआई तथा एचडीएफसी से कहीं अधिक है। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि आईसीआईसीआई बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात बैंकिंग उद्योग के औसत 13 प्रतिशत से अच्छा है।