नैशनल बैंक फॉर फाइनैंसिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर ऐंड डेवलपमेंट (एनएबीएफआईडी) अप्रैल 2022 से शुरू होने जा रहे वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में परियोजना के लिए पहले ऋण को मंजूर कर कारोबार का आरंभ करेगा।
बैंक का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में 3 से 4 लाख करोड़ रुपये का ऋण देना है। एनएबीएफआईडी के चेयरमैन के वी कामत ने कहा कि हमारा जोर ऋण की सही अवधि और सही कीमत होगी। उन्होंने कहा कि ऋण की पहली मंजूरी संभवत: अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दी जाएगी। इस बीच बैंक अपने मुख्य कार्याधिकारी और प्रमुख कर्मचारियों को नियुक्त कर लेगा।
उन्होंने कहा कि प्रमुख कर्मचारियों के बिना कारोबार शुरू करना हमारे लिए उचित नहीं होगा। कामत आभासी तरीके से भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की सालाना आम बैठक को संबोधित कर रहे थे। वित्त विकास संस्था (डीएफआई) में एक चेयरमैन, दो सरकार की ओर से नामित, और चार पूर्णकालिक निदेशक होंगे। पूर्णकालिक निदेशकों में एक मुख्य कार्याधिकारी और तीन अन्य सदस्य होंगे।
कामत ने कहा कि बैंक ने रिकॉर्ड 30 कार्यदिवसों में नीतियों और तंत्र को तैयार कर लिया है और अब तकनीक की पहचान पर काम कर रहा है। कई सारे बैंक नए संगठन के लिए बिल्डिंग ब्लॉक को तैयार करने में मदद कर रहे हैं।
फंड जुटाने के लिए विकास वित्त संस्थान घरेलू और वैश्विक बाजारों से फंड जुटाएगा और इसके साथ ही बहुपक्षीय संस्थाओं से संपर्क साधेगा। उन्होंने कहा कि बाजार से धन जुटाने के लिए बैंक बीमा और पेंशन फंड पर विचार करेगा जो एक गतिशील क्षेत्र है और बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
डीएफआई की स्थापना 20,000 करोड़ रुपये की शुरुआती भुगतान पूंजी के साथ की जाएगी ताकि यह कुछ ही वर्षों में बाजारों से करीब 3 लाख करोड़ रुपये जुटा ले जिससे बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं को दीर्घावधि फंड मुहैया कराने के साथ साथ देश की विकास जरूरतों के लिए धन दिया जा सकेगा। सरकार संस्था को 5,000 करोड़ रुपये का अनुदान देगी।
