गोल्डमैन सैक्स गु्रप इंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) बढ़ाने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले से सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड को होगा।
मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई ने 17 अप्रैल को कहा था कि वह कैश रिजर्व रेशो में बढ़ोत्तरी करेगा। मुद्रास्फीति पिछले तीन सालों के उच्चतम स्तर पर है। जानकारों का कहना है कि बैंकों की कमाई पर इसका बुरा असर होगा और उनकी आय 1 से 2.7 फीसदी तक गिरने के आसार हैं। गौरतलब है कि ब्याज दर पिछले छह सालो के सबसे ऊंचे स्तर पर होने के कारण लोन लेने वालों की संख्या घट गई है और बैंकों को आय पर असर पड़ा है।
गोल्डमैन सैक्स में विश्लेषक संपत एसके बताते हैं कि आईसीआईसीआई इस फैसले से सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। उसके बाद एसबीआई और दूसरे सरकारी बैंकों पर भी असर पड़ेगा।
बृहस्पतिवार को मुंबई में दिए गए एक बयान के मुताबक रिजर्व बैंक सीआरआर में 0.5 फीसदी का इजाफा कर 8 फीसदी कर देगा। फिलहाल यह 7.5 फीसदी है। यह बढ़ोत्तरी दो चरणों में की जाएगी और पहली बढ़ोत्तरी 2008 में की जाएगी जिससे बाजार से 185 अरब रुपये खींचे जा सकेंगे। आईसीआईसीआई बैंक के फंड की औसत कीमत दूसरे सरकारी बैंकों के मुकाबले काफी ज्यादा है क्योंकि वह बड़ी जमा राशि पर निर्भर है जिसकी ब्याज दर ज्यादा होती है।
उधर कम कीमत वाले जमा, जिसमें चालू और बचत खाते आते हैं, आईसीआईसीआई के जमा का 27 फीसदी और स्टेट बैंक के जमा का 39.45 फीसदी है।विशेषज्ञों की राय है कि सीआरआर में बढ़ोत्तरी का फैसला यह दिखाता है कि सरकार और रिजर्व बैंक दोनों महंगाई रोकने के लिए गंभीर हैं और इसके लिए आर्थिक विकास की बलि चढ़ाने के लिए भी तैयार हैं।
मॉर्गन स्टैन्ली की विश्लेषक तन्वी गुप्ता कहती हैं कि सीआरआर में इजाफे के बाद इस बात की संभावना बढ़ गई है कि बैंक 29 अप्रैल को कोई अन्य नीतिगत कदम उठाएगा। मौद्रिक नीति पर विचार करने के लिए 29 अप्रैल को रिजर्व बैंक की बैठक है। ऋण लेने की दर पिछले साल के 28.1 फीसदी के मुकाबले गिरकर 21.6 फीसदी हो गई है। इसके पीछे वजह यह है कि उपभोक्ताओं ने ऊंची ब्याज दर के चलते वाहन और घरों में निवेश करना कम कर दिया है।
शेयरों पर प्रभाव
यूएस स्टॉक्स को इस हफ्ते तीन महीनों का सबसे बड़ा फायदा होने के बाद बंबई स्टॉक एक्सचेंज का बैंकेक्स सूचकांक शनिवार को 1.5 फीसदी उछाल के साथ 8418.08 पर पहुंच गया। इस सूचकांक में इस साल 27 फीसदी की गिरावट आई थी। आईसीआईसआई के शेयर 1.3 फीसदी बढ़त के साथ 847 रुपये पर पहुंच गए जबकि एसबीआई के शेयरों ने 0.8 फीसदी उछाल के साथ 1,696.15 रुपये के आंकड़े को छुआ।