अमेरिकी बैंकों के दिवालियेपन की खबर और विदेशी बैंकों की बुरी हालत से भारतीय भी पसोपेश में आ गए हैं। बाजार में इस तरह की अफवाहें भी आने लगी हैं कि इसका असर आईसीआईसीआई बैंक पर भी पड़ सकता है। इस वजह से लोग जल्दबाजी में आईसीआईसीआई बैंक से पैसा निकालने लगे। इस प्रक्रिया पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि देश के सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक में नकदी की कोई कमी नहीं है। रिजर्व बैंक ने कहा कि आईसीआईसीआई बैंक के वित्तीय सामर्थ्य को लेकर अफवाहें उड़ीं और लोग कुछ स्थानों पर एटीएम और बैंक शाखाओं से पैसे निकालने लगे। भारतीय रिजर्व बैंक घटनाक्रम की निगरानी कर रहा है और उसने आईसीआईसीआई बैंक को पर्याप्त नकदी मुहैया कराने का प्रबंध किया है, ताकि बैंक की शाखाओं और एटीएम पर ग्राहकों की मांग पूरी की जा सके। इस बीच आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंध निदेशक केवी कामत ने अफवाहों के जरिए शेयरों को अस्थिर करने की साजिश की जांच के लिए सेबी और सरकार से मांग की है। उन्होंने बताया कि वित्त मंत्री पी. चिदंबरम हमारी परेशानियों से अवगत हैं और वे हमारा समर्थन कर रहे हैं।