CSB Bank के प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) प्रलय मंडल ने बिज़नेस स्टैंडर्ड बैंकिंग शो के अवसर पर मनोजित साहा के साथ वीडियो साक्षात्कार में बैंक की मध्यावधि विकास योजनाओं के बारे में बताया। उनका कहना है कि CSB ‘सस्टेन, बिल्ड, स्केल 2030’ (संक्षेप में ‘SBS 2030’) की राह पर बढ़ रहा है। बैंक प्रौद्योगिकी, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, पार्टनरशिप, लीडरशिप, प्रोडक्ट्स और प्रोसेस के जरिये अपने मजबूत आधार और क्षमताओं को बनाए रखने, निवेश के जरिये आगामी राह मजबूत बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:
आप अपने तीन वर्षीय कार्यकाल का एक वर्ष इस साल सितंबर में पूरा कर लेंगे। पहले कार्यकाल में कौन सी उपलब्धियां हासिल करना चाहते हैं?
मेरे हिसाब से दीर्घावधि में बैंक के लिए कोई बड़ी सफलता हासिल करने के लिहाज से तीन साल बेहद कम समय है। हमें कई उपलब्धियां हासिल करनी हैं, जिनमें एक अगले तीन साल के लिए है, और फिर ‘SBS 2030’ के लिए, जब हम मझोले आकार की श्रेणी में आना चाहेंगे।
उसके बाद, हमें आगामी विकास योजना विकसित करनी होगी। तीन साल में हम व्यवस्था के मुकाबले तेजी से बढ़ेंगे, अपनी बैलेंस शीट में कम से कम 30-50 प्रतिशत तक का इजाफा दर्ज करेंगे। हम पूरे टेक प्लेटफॉर्म में इस तरह का बदलाव ला रहे हैं, जैसा दो वर्ष पहले बैंक में नहीं देखा गया था।
सेवा ढांचे (सर्विस फ्रेमवर्क) और वितरण पर, हम हर साल 100 शाखाएं जोड़ रहे हैं। इस साल भी हम 100 शाखाएं जोड़ेंगे। इनमें से 60 प्रतिशत शाखाएं उत्तर और पश्चिम में होंगी, क्योंकि हम अब पूरे भारत में मौजूदगी वाला बैंक बन रह रहे हैं, और सभी तरह के उत्पाद एवं सेवाएं पेश कर रहे हैं, चाहे वे रिटेल, एसएमई से जुड़ें हों या होलसेल से।
गोल्ड लोन पर व्यावसायिक मिश्रण पहले से ही हमारी प्राथमिकताओं में शामिल रहा है। SBS 2030 के लिए यह व्यवसाय मिश्रण रिटेल और होलसेल के लिए 30-30 प्रतिशत और गोल्ड एवं SME के लिए 20-20 प्रतिशत होगा। रिटेल में बड़ा सुधार 2026-27 से दिखेगा, जब हम ये उत्पाद पेश करेंगे और इन पर ध्यान बनाए रखेंगे। अल्पावधि में, स्वर्ण ऋण हमारी राजस्व वृद्धि में मददगार बने रहेंगे।
चिंता का मुख्य कारण चालू खाता बचत खाता (CASA) जमा है। यह 32 प्रतिशत पर आपके प्रतिस्पर्धियों की तुलना में काफी कम है। CASA बढ़ाने के लिए आपने क्या योजनाएं तैयार की हैं?
CASA वृद्धि की रफ्तार बरकरार रहेगी, क्योंकि हम बैलेंस शीट तेजी से बढ़ा रहे हैं। समान CASA अनुपात बनाए रखना चुनौतीपूर्ण कार्य था, क्योंकि आपको CASA को समान तेजी से बढ़ाना होगा। हमें उम्मीद है कि अगले एक-दो साल में इसमें सुधार आने लगेगा, क्योंकि हमने एक बड़ी बिक्री टीम में निवेश किया है, जो नए ग्राहक जोड़ेगी।
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गोल्ड लोन का आपके कुल लोन वितरण में करीब 44 प्रतिशत योगदान है, और आपने इसे घटाकर 20 प्रतिशत करने की दीर्घावधि योजना बनाई है। लेकिन गोल्ड लोन आपके सुरक्षित व्यवसाय है, तो फिर इनकी भागीदारी क्यों घटाना चाहते हैं?
हम इसे घटाना नहीं चाहेंगे, हम समान गति से इसमें इसमें तेजी लाएंगे। हमारे अन्य व्यवसायों, कुल आकार बढ़ेगा, क्योंकि रिटेल सेगमेंट में हमारा बेहद छोटा पोर्टफोलियो है और सभी योजनाएं पेश कर रहे हैं, जिससे कि रिटेल व्यवसाय का आकार बढ़ाया जा सके।
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अन्य समस्या तब पैदा हुई थी जब केंद्रीय बैंक ने फेयरफैक्स को 2018 में बैंक में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की अनुमति दी और 2023 तक अन्य 5 प्रतिशत प्रवर्तक हिस्सेदारी घटाने की रूपरेखा तैयार की गई थी। मौजूदा समय में प्रवर्तक शेयरधारिता 49.72 प्रतिशत है। क्या आपने प्रवर्तक हिस्सेदारी घटाने के लिए किसी निवेशक से बातचीत की है?
यह फेयरफैक्स (Fairfax) का मामला था। इसके बारे में मुझे नहीं पता, क्योंकि मुझे बैंक संचालन का काम दिया गया, जो मैं कर रहा हूं। फेयरफैक्स और RBI के बीच क्या बातचीत हुई, यह मेरे कार्य क्षेत्र से बाहर है। इन दोनों के बीच जो भी बातचीत हुई, मुझे उसकी जानकारी नहीं है।