आर्थिक मंदी के संकेतों के बावजूद बैंकों के क्रेडिट में मजबूती बनी हुई है। इस वर्ष 4 जुलाई तक सूचीबध्द बैंकों के एडवांस में साल-दर-साल के हिसाब से 24.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
बैंक का कुल आउटस्टैंडिंग क्रेडिट 24,90,327 करोड़ रुपये रहा । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार बैंक क्रेडिट 15,731 करोड़ रुपये बढ़ा है। बैंकरों का मानना है कि बैंकों की क्रेडिट में इस बढ़त का कारण तेल कंपनियों द्वारा फडों की ज्यादा से ज्यादा मांग रहा है।
इसके अलावा कुछ कंपनियों ने बैंकों द्वारा ब्याज दरों में और बढ़ोतरी किए जाने की आशंका के कारण अपनी के्रडिट लिमिट का उपयोग करने की योजना को आगे बढ़ा दिया है। ऐसा लगता है कि क्रेडिट में अपेक्षा से अधिक बढ़ोतरी से रिजर्व बैंक पर दबाव बढ़ेगा क्योंकि क्रेडिट में मौजूदा बढ़ोतरी इस वर्ष के अनुमानित लक्ष्य से 20 प्रतिशत अधिक है।