बैंक ऑफ बड़ौदा और बीएनपी पारिबा ने सोमवार को बड़ौदा बीएनपी पारिबा म्युचुअल फंड के गठन के लिए संयुक्त उद्यम का ऐलान किया। परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (एएमसी) में बैंक ऑफ बड़ौदा की हिस्सेदारी 50.1 फीसदी होगी जबकि बीएनपी पारिबा के पास एएमसी की बाकी 49.9 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
इस इकाई के लिए सुरेश सोनी को सीईओ नियुक्त किया गया है। नई इकाई दोनों साझेदारों की ताकत का इस्तेमाल खास तौर से भारत में खुदरा व संस्थागत क्लाइंटों के लिए तैयार योजनाओं की पेशकश के लिए करेगी।
साल 2019 में बैंक ऑफ बड़ौदा ने बड़ौदा ऐसेट मैनेजमेंट इंडिया का विलय बीएनपी पारिबा ऐसेट मैनेजमेंट इंडिया के साथ करने का ऐलान किया था और प्रस्तावित लेनदेन में किसी तरह की नकदी की बात नहीं थी।
बीएनपी पारिबा ऐसेट मैनेजमेंट के वैश्विक प्रमुख (वित्त, रणनीति) डेविड वेलिएंट ने कहा, यह रणनीतिक साझेदारी हमें कारोबार बढ़ाने व क्लाइंटों तक पहुंचने में सक्षम बनाएगा, साथ ही हम अपने वितरण नेटवर्क बढ़ा पाएंगे और बड़ौदा बीएनपी पारिबा म्युचुअल फंड को 30 से ज्यादा बाजारों में परिसंपत्ति प्रबंधन के वैश्विक अनुभव मुहैया कराएंगे।
बड़ौदा बीएनपी पारिबा म्युचुअल फंड इक्विटी, हाइब्रिड, डेट और विदेशी फंड ऑफ फंड श्रेणियों में 28 योजनाओं की पेशकश करेगा। देश भर के 90 शहरों में पहुंच के जरिए वह 10 लाख से ज्यादा निवेशक खाते व 10,000 से ज्यादा वितरकों को अपनी सेवाएं दे पाएगा। इसके अलावा संयुक्त उद्यम वाली एएमसी ऑफशोर एडवाइजरी सेवाएं मुहैया करेगी और उसके पास 14 मार्च 2022 को संयुक्त प्रबंधनाधीन व सलाहकारी परिसंपत्तियां 22,522 करोड़ रुपये का है।
