यह सीजन दर्दनिवारक दवा कंपनियों और कांबीफ्लॉम जैसी दवा बनाने वाली कंपनी एवेंटिस के लिए ठीक-ठाक नहीं रहा। यद्यपि शेयर बाजार इस कंपनी से बहुत अधिक आशा भी नहीं कर रहा था। लेकिन यह कंपनी उनके अनुमान के आसपास भी नहीं टिक पाई और उसने उनको निराश किया। लगभग 204 करोड़ रुपए के कम राजस्व के साथ उसके परिचालन लाभ में 540 आधार अंकों की कमी आई और यह 14.2 फीसदी तक गिर गया। दिसंबर में खत्म तिमाही में तो यह बहुत ही खराब रहा। कोरेक्स बनाने वाली फाइजर कंपनी का भी परिचालन लाभ गिरा और दिसंबर में खत्म तिमाही में 470 आधार अंकों के साथ परिचालन लाभ में 13.3 फीसदी की कमी आ गई। तााुब नहीं जो इस कारण एवेंटिस का शुध्द लाभ भी 22 फीसदी घट गया। अगर वर्ष 2007 पर निगाह दौड़ाई जाए तो परिचालन लाभ में 580 आधार अंकों के साथ 19.2 फीसदी की कमी आई। इसके साथ ही राजस्व भी घटकर 874 करोड़ रुपए रह गया। परिचालन लाभ भी 24 प्रतिशत गिरकर 168 करोड़ रुपए रह गया।
दिसंबर की तिमाही में निर्यात में 48 फीसदी की कमी आई। इसी कारण कंपनी का मुनाफा सिकुड़ गया। हालांकि इसकी एक वजह रुपये की मजबूती रही। इसके अलावा बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नेटवर्क में भी भारत में बने उत्पादों की अधिक मांग न होना भी एक कारण है। जहां कंपनी का घरेलू बाजार 11 फीसदी बढ़कर 171 करोड़ रुपए हो गया। एवेंटिस गैर-शहरी क्षेत्रों में अपनी सेवाएं बढ़ाने के लिए एक बिक्री टीम बना रही है। यह भी एक वजह है जिससे कंपनी के मुनाफे पर असर पड़ रहा है। पिछले कई तिमाहियों से एवेंटिस कोशिश के बावजूद अपनी घरेलू बिक्री बहुत अधिक नहीं बढ़ा पा रही है। उसे अपने एंटी-रैबीज टीके के लिए अहम कच्चे माल की किल्लत भी झेलनी पड़ रही है। हालांकि इसकी प्रसिध्द दवा कांबीफलॉम की बिक्री अच्छी-खासी है।
जब निर्यात से लाभ मिलना शुरू नहीं होता और घरेलू बिक्री नहीं बढ़ती, इसके लाभ की यही स्थिति बरकरार रहेगी और इसमें समय लगेगा। वर्तमान में इसके शेयर की कीमत 938 रुपये है और अभी इसके कमजोर ही रहने की संभावना है।
