आईडीबीआई बैंक में 61 प्रतिशत खरीदने एवं प्रबंधन के हस्तांतरण के लिए निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) को कम से कम 5 अभिरुचि पत्र (ईओआई) मिले हैं।
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया अभिरुचि पत्र सौंपने वालों में पांच प्राइवेट इक्विटी कंपनियों का एक कंसोर्टियम, एक वित्तीय सेवा फर्म, एक वैश्विक बैंक और एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) शामिल हैं।
आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया अब दूसरे चरण में प्रवेश करेगी। अभिरुचि पत्र सौंपने वालों के आवेदन की जांच
का जाएगी।
जांच में यह देखा जाएगा कि वे आईडीबीआई बैंक के लिए रिजर्व बैंक के तय मानकों को पूरा करते हैं या नहीं। बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए प्राथमिक बोली सौंपने की की आखिरी तिथि शनिवार थी। सूत्रों ने कहा कि चुने गए बोलीदाताओं से मार्च तक वित्तीय बोलियां देने के लिए कहा जाएगा। आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया अगले वित्त वर्ष 2024 के मध्य तक पूरी होने की उम्मीद है।
आईडीबीआई बैंक के लिए संभावित खरीदार की न्यूनतम कुल पूंजी 22,500 करोड़ रुपये होनी चाहिए और यह भी जरूरी है कि उसे पिछले 5 वर्षों में कम से कम 3 में मुनाफा अर्जित किया हो।
इसके साथ ही कंसोर्टियम बनाने के लिए अधिकतम 4 सदस्यों को अनुमति होगी। सफल बोलीदाता को अधिग्रहण की तिथि से 5 वर्षों तक के लिए कम से कम 40 प्रतिशत इक्विटी पूंजी लॉक-इन रखनी होगी। आईडीबीआई बैंक में सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम को 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचनी है।