फिल्म अभिनेता गोविंदा एक बार फिर से सक्रिय राजनीति में उतर चुके हैं। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले गोविंदा ने एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना में शामिल हो गए। माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गोविंद को उत्तर-पश्चिम मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। गोविंदा की दोबारा राजनीतिक पारी शुरु करते ही मुंबई में फिल्मी कलाकारों की भी राजनीति में एंट्री हो गई ।
बालासाहब ठाकरे भवन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना का दामन थामने के बाद गोविंदा ने कहा कि एकनाथ शिंदे जी का धन्यवाद, आज के दिन शिवसेना जॉइन करने का मतलब भगवान से मिली प्रेरणा है। मैं 2004 से 2009 तक कांग्रेस पार्टी का सांसद रहा। अब चौदह बरस के बनवास के बाद शिवसेना में शामिल हुआ हूं। मुंबई अब पहले सुंदर और विकसित दिखाई पड़ रही है। यहां विकास के काम हो रहे हैं ।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए गोविंदा ने कहा, ‘मोदी में एक सकारात्मकता दिखती है। उन्होंने दुनिया में देश का गौरव बढ़ाया। गणेश जयंती पर सीएम को मिला था, आज गणेश चतुर्थीं पर शिवसेना में शामिल हुआ हूं।’ वहीं सीएम शिंदे ने कहा कि गोविंदा ने पार्टी में आने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। गोविंदा स्टार प्रचारक होंगे।
प्राप्त जानाकारी के मुताबिक एकनाथ शिंदे गुट अभिनेता गोविंदा को अमोल कीर्तिकर के खिलाफ मैदान में उतारने की योजना बना चुका है। जिन्हें शिवसेना (यूबीटी) ने मैदान में उतारा है। अमोल मौजूदा सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे हैं। गजानन कीर्तिकर जो एकनाथ शिंदे से जुड़ गए हैं। हालांकि गजानन अपने बेटे के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ना चाह रहे थे, ऐसे में अमोल को हराने के लिए किसी योग्य उम्मीदवार की कमी के बीच शिंदे गोविंदा को मैदान में उतराने की योजना तैयार की है। हालांकि अभी तक इसकी अधिकारिक घोषणा नहीं की गई है माना जा रहा है कि कल 28 मार्च को पार्टी इसकी घोषणा करेगी।
अपने जमाने के सुपरस्टार रहे गोविंदा एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना की तरफ से मुंबई की उत्तर पश्चिम मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। गोविंदा पहले भी इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनके चुनाव मैदान में उतरने से कई फिल्मी कलाकार उनके साथ प्रचार के लिए उतरेंगे। इसकी झलक आज उनके राजनीति में प्रवेश करते वक्त भी दिखी। कई कलाकारों के साथ करिश्मा कपूर और उनकी बहन करीना कपूर भी मुख्यमंत्री के आवास पहुंची। माना जा रहा है कि ये सब उनके लिए प्रचार कर सकते हैं जिसका असर पूरे महाराष्ट्र पर पड़ेगा।
गोविंदा इससे पहले भी राजनीति में अपना किस्मत आजमा चुके हैं। साल 2004 में वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और पांच बार के सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी की तत्कालीन सरकार में पेट्रोलियम मंत्री रहे राम नाइक को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर संसद पहुंचे थे। तब राम नाइक के पक्ष में 5 लाख 11 हजार मत पड़े थे, जबकि गोविंदा को 5 लाख 59 हजार मत प्राप्त हुए थे। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव 48 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए पांच चरणों में आयोजित किए जाने हैं। मुंबई में 20 मई को मतदान किया जाएगा।