लोकसभा चुनाव के परिणामों में महाराष्ट्र में भाजपा नीत सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति को करारा झटका लगा। हार को स्वीकार करते हुए भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश की। वह विधानसभा की तैयारी में पूरा समय देना चाह रहे है। तो लोकसभा में बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित महाविकास आघाड़ी (MVA) के घटक दल भी विधानसभा की तैयारियां शुरु कर दिये हैं।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने 15 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों पर चुनाव लड़ा था और उनमें से सात पर उसे जीत मिली है। शिवसेना 15 सीट में से 13 पर अपनी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीधे मुकाबले में थी और उनमें से छह सीट पर उसे जीत मिली है। ये सीट ठाणे, कल्याण, हातकणंगले, बुलढाणा, औरंगाबाद और मावल हैं।
शिवसेना को मुंबई दक्षिण और मुंबई दक्षिण मध्य निर्वाचन क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से उसके उम्मीदवार ने 48 मतों के मामूली अंतर से सीट बरकरार रखी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम मतदाताओं का संदेह दूर करने में विफल रहे। हमारी हार वोट बैंक की राजनीति के कारण भी हुई।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने चुनाव जीतने वाले अपनी पार्टी के उम्मीदवारों से मुलाकात करने पर कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों ने दिखा दिया है कि भारतीय जनता पार्टी को हराया जा सकता है। यह भ्रम भाजपा को हराया नहीं जा सकता है, टूट गया है। शिवसेना (यूबीटी) ने लोकसभा में नौ सीटें जीती है।
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाला NDA (महायुति) महाराष्ट्र में 45 से अधिक सीट जीतने के अपने लक्ष्य से काफी पीछे रह गया और उसे सिर्फ 17 सीट मिलीं। राज्य में भाजपा को नौ सीट मिली हैं, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में जीती गई 23 सीट से बहुत कम हैं। उसकी सहयोगी शिवसेना को सात सीट पर जीत मिली है। एक अन्य सहयोगी अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को एक सीट मिली है।
कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के विपक्षी महा विकास आघाडी को 48 में से 30 सीट पर जीत मिली है। राज्य में कांग्रेस को 13 सीट पर जीत मिली है, जबकि 2019 में कांग्रेस मात्र एक सीट पर जीत मिली थी। शिवसेना (यूबीटी) को नौ और राकांपा (शरदचंद्र पवार) को आठ सीट पर जीत मिली है।
कांग्रेस में रहे विशाल पाटिल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और सांगली सीट पर उन्हें जीत मिली। महाराष्ट्र में 2019 लोकसभा चुनाव में शिवसेना (अविभाजित) को 18 सीट पर जीत मिली थी और तत्कालीन अविभाजित राकांपा ने चार निर्वाचन क्षेत्र पर विजय प्राप्त की थी।