भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में सोमवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल करेंगे। बाद में शाह चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। भाजपा पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद यह पहली बार है जब शाह राज्य के दौरे पर हैं। राज्य में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। पार्टी ने सिंह को राजनांदगांव सीट से चुनाव मैदान में उतारा है जहां पहले चरण में मतदान होगा।
सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश के करीबी कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन चुनाव मैदान में हैं। भाजपा नेताओं ने बताया कि सिंह सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री शाह की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
उन्होंने बताया कि शाह आज 16 अक्टूबर को सुबह राजधानी रायपुर पहुंचेंगे और हेलीकॉप्टर से राजनांदगांव के लिए रवाना होंगे। शाह रमन सिंह के नामांकन दाखिल करने के दौरान मौजूद रहेंगे तथा इसके बाद दोपहर में जनसभा को संबोधित करेंगे। राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भारतीय जनता पार्टी की यह पहली बड़ी रैली है।
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शाह पिछले लगभग तीन महीनों से लगातार छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कई बैठकें की तथा रैलियों को संबोधित किया। राज्य में दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, केशकाल, कांकेर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, मोहला-मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान होगा।
सिंह राजनांदगांव से चुनाव मैदान में हैं। दूसरे चरण में राज्य की अन्य 70 सीट के लिए मतदान होगा। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहले चरण की सभी 20 सीट समेत 85 सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सत्ताधारी दल कांग्रेस ने पहले चरण की 19 सीट समेत 30 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है।
छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीट जीतकर सरकार बनाई थी और भाजपा को केवल 15 सीट पर जीत मिली थी, लेकिन अजीत जोगी की पार्टी जेसीसी (जे) को पांच और बसपा को दो सीट मिली थी। उपचुनावों में जीत के बाद कांग्रेस के विधायकों की संख्या 71 हो गई है। अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जहां सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा सत्ता वापस पाने की उम्मीद में है।