facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

विश्व बैंक ने भारत की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ अनुमान बढ़ाया, महंगाई का दबाव कम होने की उम्मीद

मध्यावधि के हिसाब से देखें तो सरकार का कर्ज व राजकोषीय घाटा कम होने का अनुमान है, इसे तेज आउटपुट वृद्धि व केंद्र सरकार की समेकन की कवायदों से सहारा मिलेगा।

Last Updated- April 08, 2024 | 12:57 PM IST
Indian economy will get a boost due to solid growth and softening of inflation rate, will grow at a pace of 7.2% in 2024: Moody's' सॉलिड ग्रोथ और महंगाई दर में नरमी से भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा दम, 2024 में 7.2% की रफ्तार से बढ़ेगी: Moody's

विश्व बैंक ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि का अनुमान 20 आधार अंक बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है। मुख्य रूप से निवेश में वृद्धि को देखते हुए ऐसा किया गया है।

अपने ताजा छमाही दक्षिण एशिया विकास अनुमान में बहुपक्षीय कर्जदाता ने वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान 7.5 प्रतिशत कर दिया है, जो राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा लगाए गए 7.6 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान से कम है।

अप्रैल के अपडेटेड नोट में कहा गया है, ‘दक्षिण एशिया की वृद्धि का परिदृश्य पहले की रिपोर्ट की तुलना में 2024 के लिए 0.4 प्रतिशत अंक अधिक और 2024 के लिए 0.3 प्रतिशत अंक अधिक रहने का अनुमान लगाया गया है। यह भारत में निवेश वृद्धि अधिक होने और पाकिस्तान व श्रीलंका में पिछले साल की मंदी से कुछ हद तक संभावित तेजी को दिखाता है। भारत में 2024-25 के दौरान वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद है, बाद में इसमें तेजी आएगी क्योंकि सार्वजनिक निवेश में तेजी का प्रतिफल मिलने लगेगा।’

भारत में सेवा और उद्योग में वृद्धि तेज बनी रहने की संभावना है। इसे बाद में निर्माण व रियल एस्टेट गतिविधियों का सहारा मिलेगा, जबकि महंगाई का दबाव कम होने की उम्मीद है। इससे वित्तीय स्थिति बेहतर करने के लिए नीतिगत फैसले लेने की जगह बनेगी।

नोट में कहा गया है कि मध्यावधि के हिसाब से देखें तो सरकार का कर्ज व राजकोषीय घाटा कम होने का अनुमान है, इसे तेज आउटपुट वृद्धि व केंद्र सरकार की समेकन की कवायदों से सहारा मिलेगा।

भारत की वृद्धि में तेजी निकट अवधि के हिसाब से सार्वजनिक क्षेत्र के निवेश पर निर्भर है, जहां निजी क्षेत्र का निवेश खासकर कमजोरबना हुआ है। इसमें आगाह किया गया है कि बढ़े हुए कर्ज, उधारी की लागत और राजकोषीय घाटे पर लगाम लगाने के प्रयास का असर वृद्धि पर पड़ेगा और इससे जलवायु परिवर्तन पर सरकार की प्रतिक्रिया देने की क्षमता पर असर पड़ेगा।

First Published - April 2, 2024 | 11:23 PM IST

संबंधित पोस्ट