वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अपने आप नहीं बन जाएगा बल्कि इसे हासिल करने के लिए कोशिशों और एक दूरदर्शी नेता की जरूरत है।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सीतारमण ने कहा, ‘कुछ भी स्वतः आगे नहीं बढ़ता। आगे बढ़ने के लिए कवायद करनी पड़ती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेहतर और ईमानदार प्रशासन की गारंटी दी है, वह सुनिश्चित करेंगे कि भारत की अर्थव्यवस्था तीसरे स्थान पर पहुंचे। गणित के किसी फॉर्मूले से ऐसा अपने आप नहीं हो जाएगा।’
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने हाल में पीटीआई से कहा था कि भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा, प्रधानमंत्री चाहे कोई भी रहे। चिदंबरम ने कहा कि आबादी की वजह से भारत तीसरा स्थान हासिल कर लेगा और इसमें जादू जैसी कोई बात नहीं है।
सीतारमण ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के कार्यकाल को खराब नीतियों और भ्रष्टाचार में गंवाया हुआ दशक करार दिया।
सीतारमण ने कहा कि वृद्धि स्वतः नहीं होती और इसके लिए छोटे और व्यापक स्तर पर तमाम तरह की कवायद करनी होती है। उन्होंने कहा कि जब तक देश का सकल घरेलू उत्पाद नहीं बढ़ता है, आप अर्थव्यवस्था की मांग पूरी करने में सक्षम नहीं होंगे।
पूर्व वित्त मंत्री की टिप्पणी का हवाला देते हुए सीतारमण ने कहा, ‘उन्होने कहा कि कोई जादू नहीं है। तो क्यों उतार-चढ़ाव होता है? कोई जादू नहीं हो रहा है और हमारी आबादी की वजह से बढ़त होगी ही तो, ऐसे में गिरावट और तेजी, गिरावट और तेजी की स्थिति क्यों बनती है?’
उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के बीच भारत की अर्थव्यवस्था 2 पायदान ऊपर उठकर 12वें से 10वें स्थान पर आई थी।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री वाजपेयी जहां छोड़कर गए थे, उस स्थिति से 10 साल में हम सिर्फ 2 पायदान ऊपर गए। अब हम 10 साल में 10वें स्थान से पांचवें स्थान पर आ गए हैं और संभवतः अगले 2 साल में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएंगे।’इस समय भारत की अर्थव्यवस्था अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद पांचवें स्थान पर है