facebookmetapixel
प्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओNepal GenZ protests: नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, बड़े प्रदर्शन के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफाGST Reforms: बिना बिके सामान का बदलेगा MRP, सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक की दी मोहलतग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमित

संयुक्त राष्ट्र ने घटाया भारत का वृद्धि अनुमान

Last Updated- January 25, 2023 | 11:38 PM IST
Indian Economy

संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने बुधवार को 2023 के लिए भारत का वृद्धि अनुमान 20 आधार अंक घटाकर 5.8 प्रतिशत कर दिया है। ब्याज दरों में तेजी, विकसित देशों में मंदी के जोखिम, निवेश घटने और निर्यात पर पड़ने वाले असर को देखते हुए एजेंसी ने यह फैसला किया है।

हाल की वैश्विक आर्थिक स्थिति और इनके पहलुओं पर तैयार की गई अपनी रिपोर्ट में यूएन ने कहा है, ‘भारत की वृद्धि दर कम रहने का अनुमान है, क्योंकि ब्याज दरें ज्यादा हैं और निवेश कम रह सकता है। वैश्विक वृद्धि दर सुस्त रहने के कारण इसका असर निर्यात पर पड़ सकता है।’

रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि वैश्विक व्यापार 0.4 प्रतिशत संकुचित होगा औऱ वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2023 में 1.9 प्रतिशत रहेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता वस्तुओं की मांग कम होने की वजह से वैश्विक व्यापार सुस्त होगा, क्योंकि यूक्रेन युद्ध के कारण आपूर्ति संबंधी चुनौती बनी हुई है।

बहरहाल एजेंसी ने 2023-24 के लिए भारत के वृद्धि अनुमान में कोई बदलाव न करते हुए इसे पूर्ववत 6 प्रतिशत रखा है।

First Published - January 25, 2023 | 11:38 PM IST

संबंधित पोस्ट