facebookmetapixel
Amazon Now बनाम Blinkit-Swiggy: कौन जीतेगा भारत में Quick Commerce की जंग?Adani Group की यह कंपनी बिहार में करेगी $3 अरब का निवेश, सोमवार को शेयरों पर रखें नजर!Stock Split: अगले हफ्ते तीन कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, निवेशकों को मिलेगा बड़ा फायदा; जानें रिकॉर्ड डेटCBIC ने कारोबारियों को दी राहत, बिक्री के बाद छूट पर नहीं करनी होगी ITC वापसी; जारी किया नया सर्कुलरNepal Crisis: नेपाल में अगला संसदीय चुनाव 5 मार्च 2026 को होगा, राष्ट्रपति ने संसद को किया भंगट्रंप का नया फरमान: नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद करें, चीन पर लगाए 100% टैरिफ, तभी जंग खत्म होगी1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! ऑटो सेक्टर से जुड़ी इस कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट तयElon Musk की कंपनी xAI ने 500 कर्मचारियों को अचानक निकाला, Grok ट्रेनर्स सकते में!भारत-पाक मैच की विज्ञापन दरों में 20% की गिरावट, गेमिंग सेक्टर पर बैन और फेस्टिव सीजन ने बदला बाजारFY26 में 3.2% रहेगी महंगाई, RBI से दर कटौती की उम्मीद: Crisil

अमेरिकी धुरी पर घूमती रही दुनिया

Last Updated- December 07, 2022 | 11:43 PM IST

अमेरिका से शुरू हुए मंदी के चक्रवात से शुक्रवार को भी सारी दुनिया के शेयर बाजार चकराते रहे।


न सिर्फ अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट रही बल्कि इसका असर यूरोपीय और एशियाई बाजारों पर भी और गहराता नजर आया।

दुनिया के सात देशों द्वारा एक साथ की गई ब्याज दर में कटौती भी मंदी की इस महामारी के लिए ऊंट के मुंह में जीरा सरीखी साबित हुई। इसी वजह से निवेशकों ने समूची दुनिया की अर्थव्यस्था में मंदी की आशंका देखते हुए भारी बिकवाली की।

कहां-कहां आई विपदा

अमेरिका: अमेरिका में डाउ जोंस पांच साल के न्यूनतम स्तर पर आ गया। इसमें 679 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।

यूरोप: शुक्रवार को फ्रांस के शेयर बाजार में 8.4 फीसदी की गिरावट आई। जर्मनी के शेयर बाजार में 9.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। ब्रिटेन का एफटीएसई 8 फीसदी लुढ़क कर 4000 के नीचे चला गया।

ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलियाई शेयर बाजार 8.3 फीसदी नीचे गिरकर बंद हुआ।

रूस: जरूरत से ज्यादा अनिश्चितता की वजह से मास्को के शेयर बाजार में फिलहाल कारोबार रोक दिया गया है।

एशिया:इस सप्ताह जापान के टोक्यो शेयर बाजार में 24 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। 1987 में शेयर बाजार में आई भारी गिरावट के बाद यह पहला मौका है कि जापान का शेयर बाजार निक्कई एक दिन में इतना गिर गया।

आर्थिक संकट की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जापान की बीमा कंपनी यामाटो दिवालिया हो गई है। संकट के मद्देनजर जकार्ता के बाजार में भी कारोबार बंद कर दिया गया है। एशिया के अन्य देशों में भी कमोबेश यही हालत है।

First Published - October 10, 2008 | 11:54 PM IST

संबंधित पोस्ट