पिछले वित्त वर्ष के दौरान प्रत्यक्ष कर वसूली में 36 प्रतिशत की बढ़ोतरी से उत्साहित सरकार ने आज कहा कि इसका लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के बजटीय अनुमान 3,65,000 करोड़ रुपये से बढ़ाया जाएगा।
इस सिलसिले में केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) से कहा गया है कि वह वसूली लक्ष्य में जल्द संशोधन करे। चिदंबरम ने आयकर विभाग के मुख्य आयुक्तों के सम्मेलन के कहा कि 2007-08 के दौरान 3,14,468 करोड़ रुपये की वास्तविक कर वसूली हुई।
उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष कर वसूली के बजटीय लक्ष्य में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सीबीडीटी अगले दो-तीन-दिन में बैठक कर आंकड़ों को संशोधित करेगा। बजटीय आकलन में यदि 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए तो आंकड़ा 3,92,000 करोड़ रुपये बैठता है।
चिदंबरम ने कहा, कि 2003-04 में संप्रग सरकार के शासन संभालने से पहले कर वसूली का आंकड़ा 1,05,088 करोड़ रुपये था। पिछले वित्त वर्ष के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि वसूली चार साल में तीन गुना हो गई है।
आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों या रिटर्न दाखिल करना बंद करने वालों को चेतावनी देते हुए चिदंबरम ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रक्षा मंत्रालय और रेल मंत्रालय में टीडीएस (स्रोत से कर कटौती) पर असंतोष व्यक्त करते हुए चिदंबरम ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में स्थिति सुधर जाएगी। इस दौरान वित्त मंत्री ने एक बार फिर विश्वास व्यक्त किया कि 2008-09 के दौरान अर्थव्यवस्था की विकास दर 8.5 प्रतिशत रहेगी।