पिछले सप्ताह के दौरान बिजली की मांग अधिक होने के साथ-साथ रेलवे अधिक माल की ढुलाई भी कर रहा है। अर्थव्यवस्था के इन दोनों संकेतकों में 2019 की समान अवधि की तुलना में तेजी देखी जा रही है। बिज़नेस स्टैंडर्ड ने इनके साथ-साथ दूसरे संकेतकों का भी जायजा लिया ताकि यह अंदाजा मिल सके कि अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति कैसी है। व्यापार से जुड़े आंकड़े या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) जैसे कई वृहद आर्थिक संकेतक मासिक या तिमाही आधार पर जारी किए जाते हैं। हालांकि डेटा एक अंतराल के बाद आता है। दुनिया भर के विश्लेषक कोविड-19 महामारी के दौरान जमीन पर तेजी से बदलती स्थिति को बेहतर ढंग से समझने के लिए उच्च स्तर पर प्रभाव डालने वाले अर्थव्यवस्था के कुछ संकेतकों पर नजर रख रहे हैं। बिज़नेस स्टैंडर्ड भी इसी तरह बिजली और रेलवे माल ढुलाई के आंकड़ों के अतिरिक्त यातायात, प्रदूषण और गूगल लोकेशन डेटा पर नजर रखता है। कई क्षेत्रों में सुधार के संकेत मिले हैं जिसमें पहले स्थिति नाजुक थी। ताजा आंकड़ों से इस रुझान में कुछ बदलाव दिख रहे हैं।
भारतीय रेलवे ने रविवार को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान ज्यादा माल ढुलाई की और यह 2019 की समान अवधि की तुलना में अधिक था। मार्च के अंत में शुरू हुए लॉकडाउन के दौरान भेजी गई वस्तुओं में एक बड़ा हिस्सा खाद्यान्न का था। माल ढुलाई से होने वाली कमाई, भेजे गए माल की मात्रा के हिसाब से देखे जाने वाले सुधार को पीछे छोड़ रही थी। पिछले हफ्ते आमदनी में सुधार लगभग 2019 के स्तर तक देखा गया। 2 अगस्त तक के लिए सात दिन के आवर्ती औसत बिजली उत्पादन की संख्या से पता चलता है कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद से बिजली का अधिक उत्पादन किया जा रहा है। वास्तव में आंकड़े अब पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 6.8 फ ीसदी अधिक है। टॉमटॉम इंटरनैशनल के ट्रैफि क डेटा से पता चलता है कि मुंबई का ट्रैफि क पिछले हफ्ते की तुलना में ज्यादा है। दिल्ली का हाल पिछले हफ्ते जैसा है। दोनों शहरों में रविवार को समाप्त होने वाले ट्रैफिक डेटा के हिसाब से देखा जाए तो यह 2019 की समान अवधि की तुलना में कम है। हालांकि अब इसमें तेजी के रुझान हैं। बिज़नेस स्टैंडर्ड नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन का जायजा भी लेता है। औद्योगिक गतिविधि और वाहन इस्तेमाल के कारण उत्सर्जन में वृद्धि हुई है। दिल्ली में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन रविवार तक के लिए सात दिन की आवर्ती औसत संख्या के आधार पर 2019 के स्तर के मुकाबले 90 प्रतिशत से अधिक के स्तर पर है। बांद्रा इलाके की रीडिंग के आधार पर देखा जाए तो मुंबई में इसका उत्सर्जन सपाट ही रहा।
विभिन्न स्थानों पर यात्राओं का जायजा लेने के लिए गूगल लोकेशन डेटा का इस्तेमाल करता है। इसके मुताबिक किराने और दवा के दुकानों में लोगों की बढ़ी तादाद देखी गई और खुदरा तथा मनोरंजन स्थलों पर भी लोग गए। पार्क, ट्रांजिट स्टेशन और कार्यस्थलों पर जाने वालो लोगों की तादाद में सुधार देखा गया। हालांकि एक-दूसरे के घर जाने के रुझान में कमी आई जिसका अंदाजा 27 जुलाई के डेटा से होता है।
गृह मंत्रालय ने 29 जुलाई को घोषणा की थी कि वह 1 अगस्त से लॉकडाउन के नियमों को आसान बनाएगा। मंत्रालय ने कहा, ‘1 अगस्त, 2020 से प्रभावी होने वाले अनलॉक 3 में चरणबद्ध तरीके से गतिविधियों को फि र से शुरू करने की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गई है। रात (रात के कफ्र्यू) के दौरान व्यक्तियों की आवाजाही पर प्रतिबंध हटा दिया गया है। योग संस्थानों और जिम को 5 अगस्त से खोलने की अनुमति दी जाएगी।’