रुपये में तीन दिन से जारी गिरावट आखिरकार शुक्रवार को थम गई और रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.25 पर स्थिर रुख लिए बंद हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने सकारात्मक घरेलू बाजारों का समर्थन सीमित कर दिया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि विदेशी निवेशकों के बिकवाल रहने से भारतीय मुद्रा में सीमित दायरे में कारोबार हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 83.24 पर खुला। दिन में इसने 83.22 से 83.25 प्रति डॉलर के बीच कारोबार किया और फिर गुरुवार के बंद स्तर 83.25 प्रति डॉलर पर स्थिर बंद हुआ। गुरुवार को रुपया आठ पैसे की गिरावट के साथ 83.25 प्रति डॉलर पर ही बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा कि अमेरिका के मजबूत आर्थिक आंकड़ों से डॉलर में तेजी आई। उन्होंने कहा, मीडिया रिपोर्टों पर कि अमेरिकी सेना ने सीरिया में ईरानी ठिकानों पर हमला किया है, सुरक्षित निवेश के विकल्प के बतौर मांग बढ़ने से डॉलर मजबूत हो सकता है। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.54 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 90.03 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 634.65 अंक की तेजी के साथ 63,782.80 अंक पर बंद हुआ।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुक्रवार को 1,500.13 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।