Retail Inflation April 2024: अप्रैल 2024 में भारत की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) मार्च के मुकाबले मामूली रूप से घटकर 4.83 फीसदी पर आ गई। मार्च 2024 में यह 4.85 फीसदी पर थी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित खुदरा महंगाई दर अप्रैल 2024 में 4.83 फीसदी दर्ज की गई, जो कि एक साल पहले की समान अवधि (अप्रैल 2023) के मुकाबले 0.13 फीसदी ज्यादा है। अप्रैल 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.70 फीसदी पर थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों के लिए महंगाई दर 5.43 फीसदी और शहरी इलाकों के लिए 4.11 फीसदी रही।
साल 2024 के सभी महीनों की बात करें तो महंगाई में लगातार लेकिन मामूली गिरावट देखी जा रही है। जनवरी में 5.10 फीसदी, फरवरी में 5.09 फीसदी और मार्च में 4.85 फीसदी की मुद्रास्फीति दर्ज की गई।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में खाद्य वस्तुओं की खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Food Inflation) मामूली बढ़ोतरी के साथ 8.70 फीसदी रही। एक महीने पहले मार्च में यह 8.52 फीसदी के स्तर पर थी। सालाना आधार पर देखें तो खाद्य महंगाई नवंबर 2023 के बाद से लगातार 8 फीसदी के ऊपर बनी हुई है। नवंबर में महंगाई दर 8.7 फीसदी थी तो वहीं दिसंबर में 9.53 फीसदी बढ़ी। जनवरी 2024 में महंगाई दर 8.3 फीसदी और फरवरी में 8.66 फीसदी बढ़ी। इस लिहाज से देखा जाए तो महंगाई जनवरी 2024 से लगातार बढ़ती जा रही है।
सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति को दो फीसदी की घट-बढ़ के साथ चार फीसदी पर रखने का लक्ष्य भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को दिया हुआ है।RBI ने हाल ही में अपनी मासिक आर्थिक रिपोर्ट में कहा था कि आगे चलकर खाद्य वस्तुओं के दाम मुद्रास्फीति के रुख को प्रभावित करते रहेंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लेटेस्ट बुलेटिन के अनुसार, देश के कुछ हिस्सों में गर्मी का प्रकोप जारी है, खाने-पीने की चीजों की कीमतें भारत के मुद्रास्फीति के लिए ज्यादा जोखिम पैदा कर रही हैं।
अनाज की महंगाई दर 8.63 फीसदी रही, जो पिछले महीने (मार्च 2024) 8.37 फीसदी थी। दालों की महंगाई दर की बात की जाए तो यह भी मार्च के 17.71 के मुकाबले अप्रैल 2024 में घटकर 16.84% पर आ गई। अप्रैल महीने में सब्जियों की कीमतें 27.8% बढ़ीं।