हवाईअड्डा कर्मियों के आंदोलन का समाधान निकालने की कोशिशों के तहत सरकार ने आज कहा कि हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे पुराने हवाई अड्डों को बंद नहीं किया जा रहा है बल्कि वहां संचालन का विस्तार करने का प्रयास किया जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने संसद भवन में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मौजूदा हवाई अड्डे बंद नहीं किए जा रहे। रक्षा उद्देश्यों तथा राष्ट्रीय आपात के अलावा उनका इस्तेमाल सामान्य उड्डयन में भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सभी तबकों के हितों को ध्यान में रखते हुए हम भविष्य में कानूनी समस्या से इतर हल निकालने की कोशिश करेंगे। हम मौजूदा हवाई अड्डों पर परिचालन का विस्तार करने की कोशिश करेंगे लेकिन फिलहाल कोई समाधान संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में फिलहाल कोई वादा नहीं कर सकते। उन्होंने असहयोग आंदोलन कर रहे कर्मचारियों से अपील की कि वे राष्ट्र हित में अपना आंदोलन वापस ले लें।
उन्होंने कहा कि सामान्य उड्डयन से तात्पर्य निजी विमानों एवं चार्टर्ड सेवाओं का गैर निर्धारित परिचालन से है। इसमें सामान्य तौर पर छोटे विमानों का इस्तेमाल किया जाता है।
निजी पक्षों से हुए समझौते के तहत सरकार को पुराने हवाई अड्डों पर वाणिज्यिक उड़ानों का परिचालन बंद करना है।
जिन हवाई अड्डों को लेकर हवाई अड्डा प्राधिकरण कर्मचारी संघ के कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं उनका उल्लेख करते हुए पटेल ने कहा, ‘कर्मचारियों के भविष्य के बारे में चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है। उनका भविष्य सुरक्षित होगा।
नए हवाई अड्डों का निर्माण राष्ट्र हित में किया जाना है।’ मंत्री ने कहा, ‘कुछ तकनीकी मुद्दो की वजह से बेंगलुरु हवाई अड्डे के उद्धाटन में विलंब हो गया।
पटेल ने कहा कि रडार और यातायात नियंत्रक उपकरण लगाए जा चुके हैं लेकिन कुछ तकनीकी मुद्दे हैं। इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने एक महीने के लिए उद्धाटन में विलंब करने का फैसला किया है।’
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कल हैदराबाद हवाई अड्डे का उद्धाटन करने वाली हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा ‘पूरी तरह तैयार है।
यद्यपि हवाई अड्डा और शहर के बीच संपर्क में समस्या है लेकिन दीर्घावधि में देश के हितों को ध्यान में रखकर आधारभूत संरचना का निर्माण किया जाना है।’
उन्होंने कहा कि हैदराबाद और बेंगलुरु में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के निर्माण का फैसला राजग सरकार ने किया था, हम उसे जारी रखे हैं। कुछ भी नया नहीं किया गया है।