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भारत में नौकरियों की स्थिति सुधरी, श्रम ब्यूरो ने 20 महीने बाद जारी किए FY23 की पांचवीं और छठी तिमाही के सर्वे

वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) के दौरान नई भर्तियों की संख्या आधे से ज्यादा घटकर 3,32,221 रह गई, जो वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में 7,40,415 थी।

Last Updated- May 28, 2024 | 10:30 PM IST
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Job creation in non-farm sectors: केंद्र सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 की सितंबर तिमाही में 9 प्रमुख गैर कृषि क्षेत्रों में पिछली तिमाही की तुलना में नई नौकरियों के सृजन में सुधार हुआ है। हालांकि ओमीक्रॉन प्रभावित वित्त वर्ष 2022 की मार्च तिमाही की तुलना में नई नौकरियों का सृजन अभी भी कम है।

श्रम ब्यूरो ने करीब 20 महीने के अंतराल के बाद मंगलवार को वित्त वर्ष 2023 की पहली और दूसरी तिमाही के पांचवें व छठे दौर के तिमाही रोजगार सर्वे (क्यूईएस) के परिणाम जारी किए हैं।

ओमीक्रॉन प्रभावित तिमाही (वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही) के दौरान इन 9 गैर कृषि क्षेत्रों में नई नौकरियों का सृजन गिरकर 3,50,299 रह गया था, जो वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में 3,90,116 था। इसके बाद नई नौकरियों की संख्या वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में और घटकर 49,197 पर आ गई थी, उसके बाद वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में यह सुधरकर 2,82,024 पर पहुंची।

इस तरह से वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) के दौरान नई भर्तियों की संख्या आधे से ज्यादा घटकर 3,32,221 रह गई, जो वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में 7,40,415 थी।

इसके पहले के क्यूईएस के आंकड़े वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के थे, जो सितंबर 2022 में जारी हुए। सर्वे में शामिल 9 गैर कृषि क्षेत्रों में विनिर्माण, निर्माण, ट्रेड, ट्रांसपोर्ट, शिक्षा, स्वास्थ्य,होटल और रेस्टोरेंट, सूचना तकनीक, बिजनेस प्रॉसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं।

आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही में ज्यादातर नौकरियों का सृजन विनिर्माण क्षेत्र (17 लाख) में हुआ है।

इस अवधि के दौरान वित्तीय सेवाओं में 3,55,681 नौकरियों, स्वास्थ्य में 1,51,378 व ट्रेड में 76,228 नौकरियों का सृजन हुआ। वहीं शिक्षा (-15.7 लाख), निर्माण (-1,18,585), ट्रांसपोर्ट (-1,28,099), आईटी बीपीओ (-98,957) और रेस्टोरेंट (-20,262) क्षेत्र में कार्यबल में कमी आई है। पांचवें और छठे दौर के सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि इन 9 क्षेत्रों में देश में 4,62,000 इकाइयां चल रही हैं, जो इसके पहले के दौर में लगाई गई 5,31,000 इकाइयों की तुलना में कम है।

First Published - May 28, 2024 | 10:30 PM IST

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