इजरायल और ईरान के बीच हुए युद्धविराम ने भारतीय चाय उत्पादकों और निर्यातकों में आशा की किरण दोबारा जगाई है। बढ़ते तनाव के कारण ऑर्थोडॉक्स चाय की कीमतों में गिरावट आई थी, लेकिन अब इसमें सुधार के संकेत दिख रहे हैं। निर्यातक और व्यापारी जोखिमों और मांग की संभावनाओं का फिर पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं।
कोलकाता में इस सप्ताह हुई नीलामी में ऑर्थोडॉक्स लीफ चाय की औसत कीमत 290.66 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि पिछले सप्ताह यह 269.40 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इसके अलावा, 24 और 25 जून को हुई नीलामी में 78.55 प्रतिशत चाय बिकी, जबकि पिछले सप्ताह यह आंकड़ा केवल 49.26 प्रतिशत था।
इंडियन टी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अंशुमन कनोरिया ने बताया कि पिछले सप्ताह बड़ी मात्रा में चाय बिक्री के लिए नहीं बिकी थी, क्योंकि निर्यातक “इंतजार करों और देखो” की नीति अपना रहे थे। लेकिन मंगलवार सुबह युद्धविराम की घोषणा के बाद नीलामी से पहले मांग में तेजी आई। ईरान से लंबित ऑर्डर के लिए खरीदारी फिर से शुरू हो गई है और बाजार में फिर से भरोसा जगा है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि कुछ शिपर्स ने स्थिति को और समझने के लिए अपने माल को अभी रोक रखा है, लेकिन संकेत पॉजिटिव है।
इंडियन टी एसोसिएशन (ITA) के अध्यक्ष हेमंत बांगुर ने कहा कि पिछले सप्ताह मांग का माहौल अनिश्चित था। उन्होंने कहा, “लेकिन अब वह स्थिति पीछे छूट चुकी है। निर्यातक नीलामी में वापस आ गए हैं और ईरान तथा CIS देशों के लिए पहले से तय मात्रा को पूरा करने में जुट गए हैं। हालांकि, हर कोई सतर्क है।”
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परंपरागत रूप से ईरान भारतीय चाय का एक प्रमुख बाजार रहा है। यह अनुमानित तौर पर 30 मिलियन किलोग्राम (MKG) का बाजार है। 2022 में ईरान को चाय निर्यात 22.21 MKG था, जो 2023 में घटकर 5.92 MKG रह गया, क्योंकि ईरान ने भारतीय चाय के लिए कॉन्ट्रैक्ट रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया था। हालांकि, 2024 में यह बढ़कर 9.24 MKG हो गया।
लेकिन ईरान को प्रत्यक्ष निर्यात का आंकड़ा इस बाजार के पूरे आकार को नहीं दर्शाता, क्योंकि बड़ी मात्रा में चाय UAE के रास्ते री-एक्सपोर्ट होती है, जो एक प्रमुख री-एक्सपोर्टिंग हब है।
हालांकि कीमतें पिछले सप्ताह के निचले स्तर से उबर रही हैं, लेकिन वे 13 जून से पहले के स्तर पर अभी तक नहीं पहुंची हैं, जब इजरायल ने ईरान पर अचानक हमला किया था।
एम के शाह एक्सपोर्ट्स के अध्यक्ष हिमांशु शाह ने कहा कि चाय की कीमतों में पिछले सप्ताह की तुलना में सुधार हुआ है, लेकिन यह अभी भी संघर्ष से पहले के स्तर से नीचे है। अगले कुछ सप्ताह बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण होंगे। एम के शाह भारत में ऑर्थोडॉक्स चाय का सबसे बड़ा निर्यातक और उत्पादक है।
एशियन टी कंपनी के निदेशक मोहित अग्रवाल ने बताया कि मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह पर माल रुका हुआ था। उन्होंने कहा, “अब खरीदार वापस आ गए हैं और पूछताछ शुरू हो गई है। शनिवार से व्यापार शुरू होने की उम्मीद है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह एक अस्थायी झटका था और उम्मीद है कि अगले सप्ताह बाजार युद्ध से पहले के स्तर पर वापस आ जाएगा।”
इस सीजन में ऑर्थोडॉक्स चाय की शुरुआत शानदार रही थी। कोलकाता नीलामी में सेल 17 से सेल 24 (22 अप्रैल से 10 और 11 जून) के बीच ऑर्थोडॉक्स लीफ की औसत कीमत 317.32 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि पिछले साल यह 293.69 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
हालांकि, पिछले सप्ताह कीमतों में गिरावट के कारण कुछ उत्पादकों ने CTC चाय की ओर रुख किया। एक बड़े चाय उत्पादक ने कहा, “हमारा प्लान ऑर्थोडॉक्स चाय का उत्पादन बढ़ाने का था। लेकिन अभी हम ज्यादा CTC बना रहे हैं। अगर स्थिति स्थिर होती है, तो हम फिर से ऑर्थोडॉक्स चाय का उत्पादन बढ़ाएंगे।”
2024 में भारत ने कुल 1,284.78 MKG चाय का उत्पादन किया, जिसमें ऑर्थोडॉक्स चाय 118.67 MKG और CTC चाय 1,149.21 MKG थी। ऑर्थोडॉक्स चाय मुख्य रूप से निर्यात की जाती है।