भारत से ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट में एप्रिल-जून 2025 की तिमाही के दौरान 22% की ग्रोथ दर्ज की गई। यह बढ़त खासतौर पर पैसेंजर व्हीकल्स (PVs) की रिकॉर्ड शिपमेंट और टू-व्हीलर व कमर्शियल व्हीकल्स सेगमेंट में अच्छी डिमांड की वजह से देखने को मिली। यह जानकारी इंडस्ट्री बॉडी SIAM (सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) ने दी है।
SIAM के मुताबिक, इस तिमाही में सभी सेगमेंट्स को मिलाकर कुल 14,57,461 यूनिट्स एक्सपोर्ट किए गए, जबकि पिछले फाइनेंशियल ईयर की इसी तिमाही (अप्रैल-जून 2024) में यह आंकड़ा 11,92,566 यूनिट्स था।
एप्रिल-जून तिमाही में पैसेंजर व्हीकल्स के एक्सपोर्ट्स 13% बढ़कर 2,04,330 यूनिट्स तक पहुंच गए, जो अब तक की सबसे ज्यादा शिपमेंट है। पिछले साल इसी पीरियड में यह आंकड़ा 1,80,483 यूनिट्स था।
SIAM ने कहा कि मिडिल ईस्ट और लैटिन अमेरिका में अच्छी डिमांड और श्रीलंका, नेपाल जैसे पड़ोसी देशों में रिकवरी के चलते यह ग्रोथ दर्ज हुई है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ Free Trade Agreements (FTAs) के जरिए भी एक्सपोर्ट्स में मदद मिली।
Q1 (FY26) में मारुति सुज़ुकी ने सबसे ज्यादा पैसेंजर व्हीकल्स एक्सपोर्ट किए। कंपनी ने 96,181 यूनिट्स बाहर भेजे, जो पिछले साल की तुलना में 37% ज्यादा हैं। FY25 की पहली तिमाही में कंपनी का एक्सपोर्ट शेयर 47% के पार पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ज्यादा है।
मारुति सुज़ुकी के सीनियर एग्जिक्युटिव ऑफिसर (कॉर्पोरेट अफेयर्स) राहुल भारती ने कहा कि पिछले चार सालों से कंपनी भारत से सबसे ज्यादा PV एक्सपोर्ट कर रही है। उन्होंने यह भी कहा, “अगर दुनियाभर के कस्टमर्स मारुति सुज़ुकी की गाड़ियों को पसंद कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि कंपनी लंबे समय तक भारत में लीडर बनी रहेगी।”
हुंदै मोटर इंडिया ने भी इस तिमाही में 48,140 यूनिट्स एक्सपोर्ट किए, जो पिछले साल के मुकाबले 13% ज्यादा हैं।
टू-व्हीलर एक्सपोर्ट्स: 23% की ग्रोथ के साथ 11,36,942 यूनिट्स
कमर्शियल व्हीकल्स: 23% की ग्रोथ के साथ 19,427 यूनिट्स
थ्री-व्हीलर एक्सपोर्ट्स: 34% की ग्रोथ के साथ 95,796 यूनिट्स
इस तरह भारत के ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट्स में हर सेगमेंट ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जो इंडस्ट्री के लिए एक पॉजिटिव संकेत माना जा रहा है।