facebookmetapixel
जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने सरकार से पूरे 6G स्पेक्ट्रम की नीलामी की मांग कीतेजी से बढ़ रहा दुर्लभ खनिज का उत्पादन, भारत ने पिछले साल करीब 40 टन नियोडिमियम का उत्पादन कियाअमेरिकी बाजार के मुकाबले भारतीय शेयर बाजार का प्रीमियम लगभग खत्म, FPI बिकवाली और AI बूम बने कारणशीतकालीन सत्र छोटा होने पर विपक्ष हमलावर, कांग्रेस ने कहा: सरकार के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं बचाBihar Assembly Elections 2025: आपराधिक मामलों में चुनावी तस्वीर पिछली बार जैसीरीडेवलपमेंट से मुंबई की भीड़ समेटने की कोशिश, अगले 5 साल में बनेंगे 44,000 नए मकान, ₹1.3 लाख करोड़ का होगा बाजारRSS को व्यक्तियों के निकाय के रूप में मिली मान्यता, पंजीकरण पर कांग्रेस के सवाल बेबुनियाद: भागवतधर्मांतरण और यूसीसी पर उत्तराखंड ने दिखाई राह, अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए यह मॉडल: PM मोदीधार्मिक नगरी में ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’, सहालग बुकिंग जोरों पर; इवेंट मैनेजमेंट और कैटरर्स की चांदीउत्तराखंड आर्थिक मोर्चे पर तो अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन पारिस्थितिक चिंताएं अभी भी मौजूद

GST और आयकर विभाग करेंगे डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन, कारोबारी संगठनों ने कहा- बढ़ेगा भ्रष्टाचार

Last Updated- May 14, 2023 | 10:58 PM IST
Income Tax

फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाली कंपनियों पर शिंकजा कसने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (GST) और आयकर विभाग 16 मई से विशेष अभियान शुरू करेंगे। इस क्रम में जीएसटी विभाग के अधिकारी ‘डोर-टू-डोर’ जाकर सत्यापन करेंगे। कारोबारी संगठनों ने प्रस्तावित अभियान के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है। कारोबारी संगठनों का कहना है कि इससे बाजार में भय व अफवाह फैलेगी। कारोबारी परेशान होंगे और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री व अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि जीएसटी विभाग 16 मई से व्यापारियों के कार्यस्थलों पर ‘डोर टू डोर’ सत्यापन करेगा। जीएसटी नंबर देने से पहले यह सत्यापन किया जाता है। विभाग के फिर सत्यापन करने की मंशा क्या है, इसे स्पष्ट करना चाहिए। व्यापारियों को भय है कि यह मुहिम सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगी।

कपड़ा कारोबारियों की प्रमुख संस्था भारत मर्चेंट के ट्रस्टी राजीव सिंगल कहते हैं कि बोगस कंपनियों के नाम पर पूरे बाजार में भय फैलाया जा रहा है। विभाग के पास बोगस कंपनियां के बारे में जानकारी है। विभाग के पास लेन-देन के गलत दस्तावेज पेश करने के प्रमाण हैं। लिहाजा विभाग को अभियान ‘डोर टू डोर’ की जगह ऐसी कंपनियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

First Published - May 14, 2023 | 10:58 PM IST

संबंधित पोस्ट